नई दिल्ली: देश में 30 सितंबर तक 2000 रुपये के नोट बंद करने की घोषणा की गई है. यानी 2000 रुपए का नोट अब चलन से बाहर कर दिया गया है। लोग इस फैसले को नोटबंदी दो मान रहे हैं। दूसरी ओर, सरकारी सूत्रों का कहना है कि 2,000 रुपये के नोट के कारण देश में काले धन का डर बढ़ गया था। साथ ही इस कागजी नोट की जीवन अवधि भी खत्म हो चुकी थी जिसके चलते यह फैसला जरूरी था।
सरकार के इस फैसले से देश में करेंसी नोटों को लेकर एक बार फिर चर्चा शुरू हो गई है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया में 23 देश ऐसे हैं जहां कागजी मुद्रा नहीं चलती है। यहां प्लास्टिक करेंसी का चलन है। इनमें छह देश ऐसे हैं, जिन्होंने अपनी करेंसी को पूरी तरह से प्लास्टिक नोट से बदल दिया है। आइए आपको बताते हैं उन छह देशों के बारे में जिन्होंने अपनी करेंसी को बदलकर प्लास्टिक नोट कर लिया है।
ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया दुनिया का पहला देश था जिसने 1988 में प्लास्टिक के नोटों की शुरुआत की थी। ऑस्ट्रेलिया अकेला ऐसा देश भी है जहां पॉलीमर नोट बनते हैं और इन नोटों को दूसरे देशों में निर्यात भी किया जाता है।
न्यूज़ीलैंड
ऑस्ट्रेलिया का पड़ोसी देश न्यूजीलैंड भी ऐसा ही देश है। यहां 1999 में कागजी मुद्रा का स्थान प्लास्टिक मुद्रा ने ले लिया। इस करेंसी को न्यूजीलैंड डॉलर भी कहा जाता है। यहां सबसे बड़ा नोट 100 डॉलर और सबसे छोटा नोट 5 डॉलर का है।
पापुआ न्यू गिनी
यह प्रशांत महासागर में स्थित एक छोटा द्विपक्षीय देश है। 1949 में इसे ऑस्ट्रेलिया से स्वतंत्रता मिली। 1975 तक यहां ऑस्ट्रेलियाई डॉलर का इस्तेमाल होता था। उसके बाद किना के रूप में यहां एक नई मुद्रा शुरू की गई। साल 2000 में इस करेंसी को प्लास्टिक नोट में बदला गया।
ब्रुनेई
यह दक्षिण पूर्व एशिया का एक छोटा सा मुस्लिम देश है। यहां की करेंसी का नाम ब्रुनेई डॉलर है। जब देश में नकली नोटों की संख्या बढ़ने लगी तो यहां प्लास्टिक करेंसी का चलन शुरू हुआ।
वियतनाम
यह एक दक्षिण पूर्व एशियाई देश है जहां वर्ष 2003 में प्लास्टिक मुद्रा की शुरुआत हुई थी। यहां वियतनामी डोंग का उपयोग किया जाता है। जिसमें सर्वाधिक मूल्य का नोट पांच लाख का है। जिसे 20 अमेरिकी डॉलर के बराबर माना जाता है।
रोमानिया
प्लास्टिक मुद्रा को अपनाने वाला रोमानिया यूरोप का पहला और एकमात्र देश है। यहां की करेंसी को रोमानियाई ल्यू कहा जाता है। साल 2005 में यहां की सरकार ने रोमानियाई करेंसी नोट को प्लास्टिक नोट में बदल दिया।