नई दिल्ली: पेरिस ओलंपिक से 140 करोड़ भारतीयों के लिए बुरी खबर आई है. भारत की स्टार पहलवान विनेश फोगाट का गोल्ड मेडल जीतने का सपना टूट गया है. माना जा रहा है कि वजन ज्यादा होने की वजह से वह अयोग्य हो गई हैं. इस तरह 140 करोड़ भारतीयों का दिल टूट गया. गोल्ड मेडल वाले मुकाबले से ठीक पहले विनेश और भारत को झटका लगा है.
दरअसल, विनेश अपने ऐतिहासिक गोल्ड मेडल से मात्र एक जीत दूर थीं, मगर उससे पहले ही बुरी खबर आ गई. 50 केजी वर्ग में गोल्ड मेडल मुकाबले से ठीक पहले वजन ज्यादा होने के कारण उन्हें अयोग्य घोषित किया गया है. विनेश फोगाट ने मंगलवार को ही पेरिस ओलंपिक के प्री-क्वार्टर और क्वार्टर फाइनल मुकाबले जीतकर महिलाओं के फ्रीस्टाइल 50 किग्रा के सेमीफाइनल में जगह बनाई थी.
बताया जा रहा है कि उनका वजन तय मानक से 50 से 100 ग्राम अधिक था. विनेश फोगाट ने प्री क्वार्टर फाइनल मैच में जापान की ओलम्पिक चैंपियन पहलवान युई सुसाकी के खिलाफ बड़ा उलटफेर करते हुए 3-2 से रोमांचक अंदाज में मात दी थी. इसके बाद उन्होंने यूक्रेन की ओकसाना लिवाच के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मुकाबला 7-5 से जीता और सेमीफाइनल में जगह बनाई.
पेरिस ओलंपिक विनेश फोगाट का तीसरा ओलंपिक है. 2016 के रियो ओलंपिक में वह चोट के कारण मामूली अंतर से कांस्य पदक जीतने से चूक गई थीं. टोक्यो ओलंपिक में, वह 53 किग्रा क्वार्टर फाइनल में वेनेसा कलादज़िंस्काया से हार गईं. कलादज़िंस्काया के सेमीफाइनल में हारने के बाद टूर्नामेंट में उनका रहना समाप्त हो गया, जिससे भारतीय के लिए रेपेचेज की उम्मीदें खत्म हो गईं.
विनेश फोगाट भारत की पहली महिला पहलवान थी, जो ओलंपिक के किसी वर्ग के फाइनल में पहुंची थीं. पुरुष वर्ग में सुशील कुमार और रवि दाहिया को ओलंपिक फाइनल खेलना का अनुभव है लेकिन ये दोनों रजत पदक ही जीत पाये थे, ऐसे में विनेश के पास कुश्ती में देश का पहला गोल्ड मेडल विजेता बनने का मौका था, मगर महज 50 ग्राम वजन ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया.