भागलपुर: बिहार के भागलपुर (Bhagalpur) में रविवार शाम निर्माणाधीन अगुवानी-सुल्तानगंज पुल (Aguwani-Sultanganj bridge) गंगा नदी में भरभराकर गिर गया। जिसके बाद से ही राज्य सरकार की खूब किरकिरी हो रही है। पुल गिरते समय का कुछ वीडियो वायरल हुआ है। जिसके बाद नीतीश सरकार की जमकर आलोचना हो रही है। इसी बीच स्थानीय लोगों ने एक और पोल खोल दी। लोगों ने बताया कि जिस जगह पुल का हिस्सागिरा है उसी जगह पिछले साल भी पुल का हिस्सा गिरा था। फ़िलहाल इस घटना में किसी के मारे जाने या घायल होने की जानकारी नहीं है।
स्थानीय निवासी रंजन कुमार ने बताया कि पिछले साल भी इसी पुल का यही हिस्सा गिरा था। अभी पुल पर गाड़ी भी नहीं चली, अगर गाड़ी चलेगी तो क्या होगा पता नहीं। हमें लगता है कि उससे पहले ही सब टूट जाएगा। हम इसकी जांच चाहते हैं। यह बात दिल्ली तक जानी चाहिए।
अगुवानी-सुल्तानगंज पुल हादसे के चश्मदीद राकेश कुमार ने बताया कि शुरुआत में हमने सोचा कि यह एक धमाका है। बाद में हमें समझ आया कि पुल गिर गया है…यह सरकार में भ्रष्टाचार को दर्शाता है। यह पहली बार नहीं है। यह राज्य सरकार भ्रष्ट है, इसकी जांच होनी चाहिए। चश्मदीद प्रमोद कुमार ने बताया कि पता नहीं पुल निर्माण के लिए किस तरह की सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है। निश्चित नहीं कि जनता कभी इस पुल का उपयोग कर पाएगी या नहीं।
इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री नितीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने दोषियों को चिन्हित करने और उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने अपर मुख्य सचिव पथ निर्माण विभाग को पुल के सुपर स्ट्रक्चर टूटकर गिरने की घटना की विस्तृत जांच कराने और दोषियों को चिन्हित कर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
दूसरी ओर सहप्रभारी CO अमित राज ने बताया कि हमने घटना के तुरंत बाद SDRF की टीम मौके पर भेजी थी। यहां SDRF की 4 नाव सारी तरफ खोज कर रही है। किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है लेकिन फिर भी हम खोज कर रहे हैं। आज मौके पर वरिष्ठ अधिकारियों के आने की उम्मीद है।