लखनऊ: पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल के गोंडा जंक्शन पर यार्ड रिमाॅडलिंग के चलते यातायात ब्लाॅक लिया गया है। इसकी वजह से बुधवार को 12532 लखनऊ-गोरखपुर इंटरसिटी सुपरफास्ट और 12571 हमसफर सुपरफास्ट एक्सप्रेस सहित करीब 26 ट्रेनें निरस्त कर दी गई हैं। गोंडा जंक्शन पर 17 मई से शुरू हुआ यार्ड रिमाॅडलिंग का कार्य आज रात तक पूरा होने की उम्मीद है। इसके बाद ट्रेनों का संचालन पूर्व की भांति बहाल होने लगेगा।
पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन के मुताबिक, लखनऊ मंडल के गोंडा जंक्शन पर यार्ड रिमाॅडलिंग के चलते यातायात ब्लाॅक लिया गया है। इसकी वजह से बुधवार को
15069/15070 गोरखपुर-ऐशबाग-गोरखपुर एक्सप्रेस 05093/05094 गोरखपुर-गोंडा-गोरखपुर अनारक्षित स्पेशल ट्रेन, 15009/15010 गोरखपुर-मैलानी-गोरखपुर एक्सप्रेस,12571 गोरखपुर-आनंद विहार टर्मिनस हमसफर एक्सप्रेस,15066 पनवेल-गोरखपुर एक्सप्रेस,
15067 गोरखपुर-बांद्रा टर्मिनस एक्सप्रेस,22537 गोरखपुर-लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस,12598 छत्रपति शिवाजी टर्मिनस-गोरखपुर एक्सप्रेस,22922 गोरखपुर-बांद्रा टर्मिनस एक्सप्रेस,15203/15204 बरौनी-लखनऊ -बरौनी एक्सप्रेस,12530/12529 लखनऊ-पाटलिपुत्र-लखनऊ एक्सप्रेस और 11123/11124 ग्वालियर-बरौनी-ग्वालियर एक्सप्रेस को निरस्त कर दिया गया है।
इसी तरह से 15114/15113 छपरा कचहरी-गोमतीनगर -छपरा कचहरी एक्सप्रेस, 02563/02564 सहरसा-नई दिल्ली-सहरसा क्लोन स्पेशल ट्रेन, 02569/02570 दरभंगा-नई दिल्ली-दरभंगा क्लोन स्पेशल ट्रेन,12557 मुजफ्फरपुर-आनंद विहार टर्मिनस एक्सप्रेस, 15007/15008 वाराणसी सिटी-लखनऊ जंक्शन-वाराणसी एक्सप्रेस, 22531/22532 छपरा-मथुरा-छपरा एक्सप्रेस,12531/12532 गोरखपुर-लखनऊ-गोरखपुर इंटरसिटी सुपरफास्ट एक्सप्रेस,14673 जयनगर-अमृतसर एक्सप्रेस,15708 अमृतसर-कटिहार एक्सप्रेस,15273/15274 रक्सौल-आनंद विहार टर्मिनस-रक्सौल एक्सप्रेस,15212 अमृतसर-दरभंगा एक्सप्रेस,12204 अमृतसर-सहरसा एक्सप्रेस और12565 दरभंगा-नई दिल्ली एक्सप्रेस का संचालन बुधवार को निरस्त कर दिया गया है। इससे यात्रियों की दिक्कतें बढ़ गई हैं।
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी पंकज कुमार ने बताया कि गोंडा स्टेशन पर गत 17 मई से यार्ड रिमाॅडलिंग का कार्य चल रहा है। इसकी वजह से बुधवार को भी कई ट्रेनें निरस्त की गई हैं। उन्होंने बताया कि आठ जून को रात तक यार्ड रिमाॅडलिंग का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद निरस्त ट्रेनों का संचालन पूर्व की भांति बहाल होने लगेगा। यार्ड रिमाॅडलिंग कार्य पूरा होने से यात्रियों की मिलने वाली सुविधाओं में इजाफा होगा। प्लेटफॉर्म खाली न होने के बावजूद आउटर पर खड़ी ट्रेनों को इंतजार नहीं करना पड़ेगा।