मुंबई। महाराष्ट्र के 36 में से 26 जिले पिछले दो-तीन दिनों में 40 डिग्री सेल्सियस और उससे अधिक औसत तापमान के साथ लू के हालात से जूझ रहे हैं। आईएमडी के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, शनिवार को दर्ज की गई रीडिंग हैं : अहमदनगर (40.0सी), सतारा (40.4सी), बुलढाणा (40.6सी), पुणे (40.8सी), वाशिम, बीड और लातूर (41.0सी प्रत्येक), उस्मानाबाद (41.1सी), सोलापुर और औरंगाबाद (41.4सी प्रत्येक), चंद्रपुर (41.6सी), जालना, हिंगोली, यवतमाल, गढ़चिरौली और नागपुर (42.0सी प्रत्येक), अमरावती (42.6सी), नांदेड़ (42.8सी), परभणी, गोंदिया, भंडारा और धुले (43.0सी प्रत्येक), वर्धा (43.4सी), परभणी (43.6सी), अकोला (44.5सी), जलगांव (44.9सी)।
35सी-प्लस रेंज में जिले हैं : सिंधुदुर्ग (33.0सी), मुंबई सिटी (34.4सी), रत्नागिरि (35.0सी), मुंबई उपनगरीय (35.2सी), कोल्हापुर (35.6सी), ठाणे (36.0सी), पालघर (36.7सी), रायगढ़ (37.0सी), नंदुरबार (38.0सी), सांगली (38.1सी), नासिक (39.7सी)। सोशल इम्पैक्ट एडवाइजर्स प्राइवेट लिमिटेड (एएसआईएपीएल) ने कहा, आईएमडी ने पूरे तटीय कोंकण, विदर्भ, मराठवाड़ा, पश्चिमी और उत्तरी महाराष्ट्र सहित विभिन्न हिस्सों में हीटवेव की स्थिति घोषित की है। तटीय कोंकण के लिए मौजूदा मौसम में यह चौथा ‘हीट-वेव’ अलर्ट है, और मई के लिए पहला, जबकि अन्य क्षेत्र पहले से ही अप्रैल के मध्य से सामान्य से अधिक तापमान से जूझ रहे हैं।
यह सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण जोखिमों से भरा है और संबंधित अधिकारियों के साथ-साथ लोगों को लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तत्काल निवारक उपाय करने की सलाह दी जाती है। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के पूर्व सचिव माधवन नायर राजीवन का कहना है कि नवीनतम डेटा स्पष्ट रूप से इंगित करता है कि पूरे भारत में हीटवेव की तीव्रता और आवृत्ति में वृद्धि हुई है, और आने वाले वर्षो में इसके और बढ़ने का अनुमान है।