Petrol Diesel Price Today : चुनाव हुए खत्म , पेट्रोल की कीमते 25 रु तक बढने कि सभांवना
Petrol Diesel Price Today: पेट्रोल-डीजल के दाम आने वाले दिनों में इजाफा हो सकता है । इसकी बड़ी वजह 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव का समाप्त होना है । भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतों और चुनाव का व्यापार बताता है कि मोदी सरकार चुनावों से ठीक पहले कीमतों को बढ़ने से बचती है । हालांकि चुनाव खत्म होते ही वह कीमतों को बढ़ाने में देर नहीं करती। मना जा रहा है कि आने वाले समट में पेट्रोल कि कीमतों में 20-25 रु तक का इजाफा हो सकता है । इन दामो में इजाका एकदम नही होगा सरकार द्वारा धीरे – धारे किया जाएगा ।
तेल कंपनियों ने 3 नवंबर से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया है, जबकि क्रूड ऑयल रिकॉर्ड 140 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर पहुंच गया है। ऐसे में खबर है कि सरकार और तेल कंपनियों ने पेट्रोल तथा डीजल के दाम बढ़ाने पर मंथन शुरू कर दिया है। एक्सपर्ट के मुताबिक कच्चे तेल के दाम चढ़ने से सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों- इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम को पेट्रोल-डीजल पर 15-20 रुपए प्रति लीटर नुकसान झेलना पड़ रहा है । क्रूड के दाम लगातार बढ़ने से कंपनियों के घाटा में भी इजाइा हुआ है ।
Petrol Diesel Price Today
युक्रेन रशिया युध्द की वजह से शेयर माक्रेट कि हालात बहुत खराब है । सोने की कीमतें बढ़ गई और क्रूड ऑयल रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गया। युध्द वाले दिन क्रुड आयॅल कि किमते 100 थी उसके बाद किमते 140 पर पहुच चुका है । 14 दिन में किमते 40 % महंगी हो चुकी है । वहीं दिसंबर 2021 में क्रूड का औसत मूल्य 73 डॉलर के करीब था।
क्रुड आयल के लिए भारत दुसरे देशो पर निर्भर है
भारत क्रुड आयल के लिए दुसरे देशो पर निर्भर है , 2021 में भारत ने रूस से प्रति दिन 43,400 बैरल तेल का इंपोर्ट किया। ये भारत के तेल इंपोर्ट का केवल 1% है। रुस के पाबंदियों कि वजह से तेल निर्यात पर ज्यादा नुकसान नही हुआ है , लेकिन दाम में जरुर इजाफा जरुर होगा ।
महंगाई को काबू में करने के लिए सरकार पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले टैक्स एक्साइज ड्यूटी में कटौती कर सकती है। केंद्र सरकार ने कोरोना की पहली लहर में दो बार में पेट्रोल-डीजल पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी में 15 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी।
हालांकि इसके बाद 3 नवंबर को पेट्रोल पर 5 और डीजल पर 10 रुपए प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी की कटौती की थी। अगर सरकार दाम बढ़ाने के बाद एक्साइज ड्यूटी में कटौती नहीं करती है तो महंगाई बेकाबू हो सकती है।
रिर्पोट – शिवी अग्रवाल