उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर मंदिर (Jyotirlinga Lord Mahakaleshwar Temple) के गर्भगृह और नंदीहाल (Garbhagriha and Nandihal) में श्रद्धालु फोटोग्राफी नहीं कर पाएंगे। श्रद्धालुओं द्वारा फोटोग्राफी (photography by devotees) करने के कारण अन्य श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इससे दर्शन व्यवस्था में भी व्यवधान होता है। इस कारण गर्भगृह में फोटोग्राफी करने पर प्रतिबंध (ban on photography) लगा दिया है।
यह निर्णय कलेक्टर आशीष सिंह की अध्यक्षता में शनिवार को हुई मंदिर समिति की बैठक में लिया गया। बैठक में व्यवस्थाओं की समीक्षा की गई। इस दौरान आम भक्तों की सुविधा के लिए 1500 रुपये की रसीद पर गर्भगृह में प्रवेश करने वाले दर्शनार्थियों की संख्या को सीमित करने का निर्णय लिया गया। अब सुबह 6 से दोपहर 1 बजे तथा शाम 6 से 8 बजे तक के निर्धारित समय में केवल 1200 भक्तों को गर्भगृह में प्रवेश मिलेगा। अब तक इसकी संख्या तय नहीं थी।
मंदिर प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया मंदिर में पिछले कुछ समय से 1500 रुपये की रसीद पर दिनभर प्रवेश दिया जा रहा था। असीमित संख्या में टिकट दिए जाने से गर्भगृह में एक समय में 20-20 की संख्या में श्रद्धालु खड़े रहते थे। दर्शनार्थियों के लगातार प्रवेश व निर्गम से भगवान महाकाल के दर्शन बाधित हो रहे थे। इससे सबसे अधिक परेशानी गणेश व कार्तिकेय मंडपम् से दर्शन करने वाले आम दर्शनार्थियों को हो रही थी। दर्शनार्थी सैकड़ों किलोमीटर की यात्रा कर भगवान महाकाल के दर्शन करने मंदिर आते हैं और उन्हें भगवान के सुविधा से दर्शन न हो यह मंदिर समिति नहीं चाहती। इसलिए 1500 रुपये की सशुल्क रसीद दर्शन सुविधा को समिति कर दिया गया है।