नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब दिया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने धर्मनिरपेक्षता का असली मतलब समझाया। उन्होंने कहा कि हमने सैचुरेशन का रास्ता चुना। जिसका मतलब है कि योजनाओं का शत-प्रतिशत लाभ बिना किसी रोक-टोक के लाभार्थियों तक पहुंचे। यही सच्चा सेक्युलरिज्म है।
उन्होंने कहा कि सरकार इस राह पर काम कर रही है। अमृत काल में हमने सैचुरेशन का संकल्प लिया है। शत-प्रतिशत लाभार्थियों तक पहुंचा जाएगा। उन्होंने कहा कि इसकी वजह से देश के अनेक समस्याओं का समाधान होगा। हम ऐसी नई कार्य संस्कृति को लेकर आ रहे हैं, जो तेरा-मेरा, अपना-पराया सारे भेदों को मिटा देगा।
सैचुरेशन का मतलब होता भेदभाव की सारी गुंजाइश खत्म करना। यह तुष्टीकरण की आशंकाओं को खत्म कर देता है। मोदी ने कहा कि समाज के आखिरी व्यक्ति के अधिकारों की रक्षा इसमें समाहित होती है, जिसे हम सुनिश्चित करते हैं। उन्होंने कहा कि सबका साथ, सबका विकास का मतलब यह है कि शत-प्रतिशत हितधारकों को उनके हकों का पहुंचाना।
उन्होंने कहा कि देश कांग्रेस को बार-बार नकार रहा है, लेकिन कांग्रेस और उसके साथी अपनी साजिशों से बाज नहीं आ रही है। जनता इसे देख रही है और उनको हर मौके पर सजा भी दे रही है।