नई दिल्ली. इंडियन रेलवे लगातार यात्रियों की सुविधाओं को बढ़ाने पर काम कर रहा है, जिससे सफर के दौरान यात्रियों को किसी भी तरह की परेशानी न हो. यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए पीएम मोदी की तरफ से बड़ी जानकारी दी गई है, जिसमें कहा गया है कि अब यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखने के साथ ही पर्यावरण को स्वच्छ बनाने और रेलवे के विद्युतीकरण को लेकर जोरों से तैयारियां चल रही हैं, जिसके बाद में किराए में भी कमी आ सकती है.
देशभर में प्रदूषण पर काबू करने के लिए रेलवे कई तरह की कोशिशें कर रहा है. माना जा रहा है कि साल 2030 तक शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है. रेलवे की ओर से पिछले कुछ समय से इस तरह के कई उपाए किए जा रहे हैं, जिससे रेलवे को इको फ्रेंडली बनाया जा सके.
इसके अलावा रेलवे अपने पूरे नेटवर्क का विद्युतीकरण करने का प्रयास कर रहा है, जिससे यात्रियों को किराए के लिए कम रुपये खर्च करने होगें. इलेक्ट्रिकरण होने के बाद सफर के दौरान यात्रियों को सस्ता टिकट मिल सकता हैं. साथ ही रेलवे को भी बड़ा फायदा होगा. लगभग 142 मेगा वॉट सोलर प्लांट और लगभग 103 मेगावाट पवन ऊर्जा संयंत्र चालू किए गए हैं. लोकोमोटिव, कोलकाता मेट्रो रेक, इलेक्ट्रिकल मल्टीपल यूनिट (ईएमयू) ट्रेनों, मेनलाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट (एमईएमयू) ट्रेनों के साथ ही इंसुलेटेड गेट बाइपोलर ट्रांजिस्टर (आईजीबीटी) आधारित 3-चरण प्रणाली का उपयोग किया गया है.
इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा है कि अगस्त 2023 तक देश के 75 शहरों को सेमी-हाईस्पीड ट्रेन के साथ जोड़ा जाएगा. इस समय देश के 5 रूटों पर वंदे भारत ट्रेन का संचालन हो रहा है और जल्द ही छठी ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाई जाएगी. देश की छठी वंदे भारत एक्सप्रेस सिकंदराबाद (तेलंगाना) और जियावाड़ा (आंध्र प्रदेश) स्टेशनों के बीच में चलाई जाएगी.
रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव की ओर से इस पर पहले अपडेट दिया जा चुका है. मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के मुताबिक, नए साल पर यात्रियों को एक और वंदे भारत की सौगात मिल जाएगा. फिलहाल इसकी तारीख का अभी तक कोई ऐलान नहीं किया गया है. ट्रैक के अपग्रेडेशन का कार्य खत्म हो जाने के बाद ही रेलवे अधिकारी तारीखों का ऐलान लगे.