नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरवार को गुजरात के राजकोट शहर के पास एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन किया। इस मौके पर उनके साथ गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्रभाई पटेल, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत भाजपा के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। एक सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि यह गुजरात का पहला ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा है और इसे 1,405 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। राजकोट से लगभग 30 किलोमीटर दूर हीरासर गांव में स्थित यह केंद्र 1,025.50 हेक्टेयर (2,534 एकड़) क्षेत्र में फैला हुआ है, जिसमें से भारतीय हवाईअड्डा प्राधिकरण ने 1,500 एकड़ क्षेत्र में हवाई अड्डे का निर्माण किया है।
सरकारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि इसमें 3,040 मीटर (3.04 किमी) लंबा और 45 मीटर चौड़ा रनवे है जहां किसी भी बिंदु पर 14 विमान पार्क किए जा सकते हैं। अक्टूबर 2017 में पीएम मोदी ने राजकोट शहर के पास हीरासर गांव में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का भूमि पूजन किया था। गुरुवार को हवाई अड्डे का उद्घाटन करने के बाद पीएम मोदी ने परिसर में सैर की और अधिकारियों से सुविधा के तकनीकी पहलुओं के बारे में जाना।
गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर आए पीएम मोदी ने राजकोट शहर के रेस कोर्स मैदान में विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। कार्यक्रम स्थल से पीएम ने सौराष्ट्र नर्मदा अवतरण सिंचाई (SAUNI) योजना के पैकेज आठ और नौ को राज्य को समर्पित किया। इस मौके पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज राजकोट के साथ-साथ पूरे गुजरात और सौराष्ट्र के लिए बड़ा दिन है।
अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि मैं उन परिवारों के प्रति संवेदना जताना चाहता हूं जिन्हें प्राकृतिक आपदाओं के चलते काफी नुकसान उठाना पड़ा है। सभी परिवारों का जीवन जल्द से जल्द सामान्य हो इसके लिए भूपेंद्र सरकार काम कर रही है, इसमें केंद्र सरकार भी हर संभव मदद कर रही है। जब मैं मुख्यमंत्री था तब मैंने कहा था कि गुजरात तो मिनी जापान बन रहा है तब बहुत लोगों ने मेरा मजाक उड़ाया था लेकिन आज वे शब्द आपने सच कर के दिखा दिया। यहां के किसानों के लिए अब फल-सब्जियों को विदेश भेजना आसान हो जाएगा। राजकोट को सिर्फ एक हवाईअड्डा नहीं बल्कि नई ऊर्जा-नई उड़ान देने वाला एक पावरहाउस मिला है।
आज जब देश आगे बढ़ रहा है तो कुछ लोगों को परेशानी हो रही है…आज कल इन भ्रष्टाचारियों और परिवारवादियों ने अपनी जमात का नाम बदल दिया। चेहरे वही पुराने हैं, पाप भी पुराने हैं, तौर-तरीके, इरादे वही हैं बस नाम बदल दिया है। यह हमारी सरकार है जिसने कोरोना महामारी, रूस-यूक्रेन युद्ध के बावजूद महंगाई को काबू में कर के रखा है। आज हमारे पड़ोस के देशों में 25-30 फीसदी दर से महंगाई बढ़ रही है, लेकिन भारत में ऐसा नहीं है…हमारी सरकार की पूरी कोशिश है कि मध्यम वर्ग की जेब में ज्यादा से ज्यादा बचत हो।