नई दिल्ली: पीएम मोदी ने आइईए की मंत्रिस्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए कहा- भारत के पास प्रतिभा और नवोन्मेष की किसी भी तरह की कमी नहीं है। यदि विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (आइईए) में बड़ी भूमिका निभाती है तो इस संगठन को काफी लाभ होगा।
पीएम मोदी ने आगे कहा- भारत ने अपने पेरिस जलवायु लक्ष्यों को निर्धारित समय से पहले ही पार कर लिया है और वैश्विक मुद्दों के समाधान के लिए प्रतिबद्ध है। वैश्विक आबादी का 17 प्रतिशत हिस्सा भारत में रहने के बावजूद इसका कार्बन उत्सर्जन वैश्विक आबादी का केवल चार प्रतिशत है। वह ऊर्जा पहुंच संबंधी दुनिया की कुछ बड़ी पहलें भी कर रहा है।
भारत को विश्व की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बताते हुए पीएम ने कहा कि सतत वृद्धि के लिए ऊर्जा सुरक्षा और स्थिरता की जरूरत है। एक दशक में हम दुनिया की 11वीं बड़ी अर्थव्यवस्था से पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था पर पहुंच गए। इसी अवधि में हमारी सौर ऊर्जा क्षमता 26 गुना बढ़ी है। हमने समय-सीमा से पहले इस संबंध में अपनी पेरिस प्रतिबद्धताओं को पार कर लिया है। हम जलवायु परिवर्तन से निपटने को पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।