नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव को लेकर जारी प्रचार के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक अमेरिकी पत्रिका को इंटरव्यू दिया है। इसमें उन्होंने साफ शब्दों में कहा है कि भगवान श्री राम का नाम भारत की राष्ट्रीय चेतना पर अंकित है। उन्होंने कहा कि भगवान राम के जीवन ने देश की सभ्यता में विचारों और मूल्यों की रूपरेखा तय की है। न्यूयॉर्क स्थित पत्रिका न्यूजवीक के साथ बातचीत में पीएम मोदी ने चीन और पाकिस्तान के साथ संबंधों पर भी खुलकर बात की है।
पीएम मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन पर बात करते हुए कहा, “भगवान राम के जीवन ने हमारी सभ्यता में विचारों और मूल्यों की रूपरेखा तय की है। उनका नाम देश के कोने-कोने में गूंजता है। इसलिए, 11 दिनों के विशेष अनुष्ठान के दौरान मैंने उन जगहों पर तीर्थयात्रा की जहां श्री राम के पदचिह्न हैं। इस यात्रा के दौरान मैं देश के विभिन्न कोनों तक पहुंचा। हमने देखा कि श्री राम हम सभी के भीतर पूज्य स्थान रखते हैं।”
पीएम मोदी ने कहा कि राम मंदिर सदियों की दृढ़ता और बलिदान की पराकाष्ठा है। उन्होंने इंटरव्यू के दौरान कहा, “श्री राम की अपने जन्मस्थान पर वापसी राष्ट्र के लिए एकता का एक ऐतिहासिक क्षण था। यह सदियों की दृढ़ता और बलिदान की पराकाष्ठा थी। जब मुझे समारोह का हिस्सा बनने के लिए कहा गया तो मुझे पता था कि मैं 1.4 अरब लोगों का प्रतिनिधित्व करूंगा। देश के लोगों ने राम लला की वापसी का गवाह बनने के लिए सदियों से धैर्यपूर्वक इंतजार किया है।”
आपको बता दें कि 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने हिंदुओं और मुसलमानों के बीच दशकों से चले आ रहे इस विवाद को समाप्त कर दिया। कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि विवादित भूमि पर राम मंदिर बनाया जाना चाहिए। अयोध्या में मस्जिद के निर्माण के लिए जमीन का एक अलग जमीन प्रदान करने का निर्देश दिया।
प्रधानमंत्री ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का अनुभव साझा करते हुए कहा, “इस शुभ आयोजन से पहले के 11 दिनों के दौरान मैं अपने साथ अनगिनत भक्तों की आकांक्षाओं को लेकर आया जो इस दिन का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। इस समारोह ने देश को दूसरी दिवाली की तरह उत्सव में मनाने का मौका दिया। हर घर रोशनी से जगमगा उठा। मैं इसे एक दिव्य आशीर्वाद के रूप में देखता हूं कि मैं 1.4 अरब भारतीयों के प्रतिनिधि के रूप में अभिषेक समारोह का अनुभव कर सका।”
पीएम मोदी ने कहा कि भारत और चीन के बीच शांतिपूर्ण रिश्ते पूरी दुनिया के लिए अहम हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सीमा की स्थिति का समाधान किया जाना चाहिए। पीएम मोदी ने कहा, “यह मेरा मानना है कि हमें अपनी सीमाओं पर लंबे समय से चली आ रही स्थिति को तत्काल संबोधित करने की आवश्यकता है ताकि हमारी द्विपक्षीय बातचीत को सामन्य बनाया जा सके। भारत और चीन के बीच स्थिर और शांतिपूर्ण संबंध न केवल हमारे दोनों देशों के लिए बल्कि दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं।”
पाकिस्तान पर पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री को पदभार संभालने पर बधाई दी है। उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा आतंक और हिंसा से मुक्त माहौल में क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और समृद्धि को आगे बढ़ाने की वकालत की है। हालांकि, उन्होंने पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी पर टिप्पणी करने से परहेज किया। उन्होंने कहा कि वह पाकिस्तान के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी नहीं करेंगे।