नई दिल्ली: चीन में कोरोना (Corona) से हाहाकार मचा हुआ है। चारों तरफ मातम फैला है। लोग मर रहे है। अस्पतालों में जगह नहीं है। मेडिकल स्टोर पर दवाई खत्म हो गई है। डेड बॉडी डिस्पोजल के लिए घंटो इंतजार करना पड़ रहा है। ऐसे में चीन का पड़ोसी देश भारत पूरी तरह से सतर्क है। पिछले कुछ दिनों से भारत में कोरोना को लेकर चर्चा तेज हो गई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पीएम मोदी (PM Modi) आज हाई लेबल मीटिंग (high label meeting) करेंगे। बताया जा रहा है कि मीटिंग के दौरान वह कई बड़े फैसले ले सकते हैं।
समाचार एजेंसी ANI से मिली जानकारी के अनुसार पीएम नरेंद्र मोदी आज दोपहर एक उच्च स्तरीय बैठक में COVID-19 से संबंधित स्थिति और देश में संबंधित पहलुओं की समीक्षा करेंगे। इस दौरान कई बड़े स्वास्थ्य अधिकारी (health officials) मौजूद रहेंगे। बताया जा रहा है कि पीएम मोदी पहले देश में कोरोना से निपटने के लिए संसाधन के बारे में समीक्षा करेंगे। और चीन में कोरोना की स्थिति को देखते हुए भारत में इसके असर पर भी जानकारी लेंगे। इस दौरान वह कुछ बड़े फैसले ले सकते हैं।
वहीं दूसरी ओर दिल्ली एम्स, महामारी विशेषज्ञ, डॉ. संजय राय ने कहा कि भारत में, हमारे पास यह साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत हैं कि जो लोग कोविड से ठीक हो गए हैं, वे सबसे अच्छी तरह सुरक्षित हैं। सभी वैरिएंट की निगरानी करना महत्वपूर्ण है। लेकिन वर्तमान परिदृश्य में वायरस के कारण हमें किसी गंभीर समस्या का सामना करने की संभावना नहीं है। मुंबई के जेजे अस्पताल की डीन और स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. पल्लवी सपले ने कहा कि चीन सहित अन्य देशों में कोविड मामलों में वृद्धि शायद खराब टीकाकरण, अच्छी गुणवत्ता वाली वैक्सीन न होने, या बहुत अधिक प्रतिबंधात्मक होने के कारण हो सकती है। फिलहाल भारत में हालात काबू में हैं। लेकिन हमें सतर्क रहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अगर एक भी मामला है तो यह फैल सकता है। सरकार ने हर नमूने की जीनोम सीक्वेंसिंग कराने का निर्देश दिया। टीका नहीं लगवाएं तो टीका लगवाएं, लक्षण महसूस हो तो जांच कराएं। मामले बढ़ने की नियमित निगरानी की जानी चाहिए। भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचें, ब्लड शुगर लेवल की नियमित जांच करें।