नई दिल्ली: आज धनतेरस का दिन है. कुछ दिन पहले से ही इस दिन के लिए माहौल बनना शुरू हो गया था. यहां तक कि वोकल फॉर लोकल की वकालत शुरू हो गई थी. जो आज के दिन भी जारी है. इस पर पीएम नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर दिया है. यह ट्वीट उन्होंने बायोकॉन की प्रमुख किरन मजूमदार के ट्वीट पर किया है. जिस पर उन्होंने वोकल फॉर लोकल की वकालत की है.
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ट्वीट कर कहा कि यह त्योहार आत्मनिर्भर भारत का सूत्रपात करता है! इस ट्वीट के बाद से स्थानीय स्तर पर बने सामानों की खरीदारी में इजाफा हो सकता है और चीन के सामान की खरीदारी ना के बराबर हो सकती है. जिसकी वजह से चीन को एक लाख करोड़ रुपए के नुकसान की संभावना है.
दिवाली से दो दिन पहले मनाए जाने वाले धनतेरस के दिन देश का हर भारतीय खरीदारी करता है. इस दिन को खरीदारी के लिए काफी शुभ भी माना जाता है. कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के अनुसार धनतेरस के दिन देशभर में 50 हजार करोड़ रुपए का कारोबार होने का अनुमान है. धनतेरस के दिन परिवार ज्यादातर सोने और चांदी के आभूषण, बर्तन, बरतन, वाहन, कपड़े और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसी चीजें खरीदते हैं.
इस सप्ताह की शुरुआत में पीएम मोदी ने लोगों से स्थानीय स्तर पर बने उत्पादों को खरीदने और फिर नमो ऐप पर उत्पाद या उसके निर्माता के साथ एक सेल्फी पोस्ट करने का आग्रह किया था. एक्स पर एक पोस्ट में, मोदी ने कहा कि “इस दिवाली, आइए हम NaMo ऐप पर #VocalForLocal थ्रेड्स के साथ भारत की उद्यमशीलता और रचनात्मक भावना का जश्न मनाएं.
मोदी ने कहा कि, “स्थानीय स्तर पर बने उत्पाद खरीदें और फिर नमो ऐप पर उत्पाद या निर्माता के साथ एक सेल्फी पोस्ट करें. अपने दोस्तों और परिवार को अपने साथ जुड़ने और पॉजिटिविटी फैलाने के लिए कहें. उन्होंने कहा, “आइए हम लोकल टैलेंट का सपोर्ट करें और अपने देश के लोगों की क्रिएटिविटी को प्रोत्साहित करने और अपनी परंपराओं को मजबूत बनाए रखने के लिए डिजिटल मीडिया की पॉवर का यूज करें.
अक्टूबर में ‘मन की बात’ के दौरान मोदी ने ‘वोकल फॉर लोकल’ होने की बात को दोहराया था. उन्होंने कहा था, “हर बार की तरह इस बार भी त्योहारों के दौरान हमारी प्राथमिकता ‘वोकल फॉर लोकल’ होनी चाहिए.” मोदी ने कहा था, ”मैं अपना अनुरोध दोहराना चाहता हूं कि आप जहां भी घूमने या तीर्थयात्रा पर जा रहे हैं, स्थानीय कारीगरों द्वारा बनाए गए उत्पाद ही खरीदें. एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, पूरे देश में वोकल फॉर लोकल गूंज रहा है. देश के लोग स्थानीय स्तर पर बने प्रोडक्ट्स को महत्व दे रहे हैं. चीन के सामान का पूरी तरह से बहिष्कार जैसा दिखाई दे रहा है. चीन को चीन को दिवाली से जुड़े कारोबार में लगभग 1 लाख करोड़ रुपये का भारी नुकसान होने की आशंका है.