भुवनेश्वर में आज प्रवासी भारतीय दिवस का आगाज करेंगे पीएम नरेंद्र मोदी, स्पेशल ट्रेन को दिखाएंगे हरी झंडी
भुवनेश्वर: आज ओडिशा में प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन होने जा रहा है, जिसके लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस समारोह में शामिल होने वाले है। इस सम्मेलन को यादगार बनाने के लिए राज्य सरकार ने भुवनेश्वर के लोगों से दिवाली तरह ही इस कार्यक्रम को मनाने की अपील की है। सूत्रों के अनुसार इस समारोह का आयोजन विदेश मंत्रालय के सहयोग से किया जा रहा है, इसमें दुनिया भर के 150 देशों से करीब 5000 प्रतिनिधि शामिल होने की संभावनाएं है। प्रवासी सम्मेलन के लिए इस साल की थीम ‘विकसित भारत में प्रवासी योगदान’ रखी गई है।
स्पेशल टूरिस्ट ट्रेन को दिखाएंगे हरी झंडी
इस सम्मेलन की शुरुआत युवा प्रवासी भारतीय दिवस से होगी। इसका उद्घाटन करने के लिए विदेश मंत्री, युवा मामलों और खेल मंत्री तथा ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी की ओर से संयुक्त रूप से किया जाएगा। इस मंच के तहत प्रवासी युवाओं की लीड करने की क्षमता और उनकी कहानियों को दुनिया के सामने उभरने का मौका दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 9 जनवरी को इस 18वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। इस खास अवसर पर त्रिनिदाद और टोबैगो की राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगलू वर्चुअल रूप से इस सम्मेलन को संबोधित करेंगी। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस नामक एक स्पेशल टूरिस्ट ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाएंगे। ये स्पेशल ट्रेन दिल्ली के निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से शुरू होकर भारत के विभिन्न धार्मिक और पर्यटक स्थलों की यात्रा करेगी।
10 जनवरी को समापन समारोह
बता दें कि सम्मेलन का समापन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की अध्यक्षता में होगा। इस समारोह के समापन सत्र में राष्ट्रपति प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार 2025 भी प्रदान करेंगी, जिसमें वैश्विक भारतीय समुदाय के व्यक्तित्वों को दिया जाएगा और उनके असाधारण योगदान के लिए उन्हें सम्मानित किया जाएगा।
इस सम्मेलन के दौरान 4 मुख्य प्रदर्शनियों का आयोजन किया जाएगा। पहला होगा विश्वरूप राम: अर्थात रामायण की वैश्विक धरोहर नाम की प्रदर्शनी, जो पारंपरिक और आधुनिक कला के जरिए रामायण को प्रस्तुत करेगी। दूसरा, तकनीक और विकसित भारत में प्रवासी योगदान प्रदर्शनी वैश्विक स्तर पर भारतीय प्रवासियों की ओर से तकनीकी विकास में दिए गए उनके योगदान को उजागर करेगी।
तीसरी प्रदर्शनी मंडवी से मस्कट तक में प्रवासी भारतीयों का विकास और प्रसार किस प्रकार हुआ इसे दिखाएगा। यह दुर्लभ दस्तावेजों और कहानियों के जरिए गुजरात के मंडवी से ओमान के मस्कट तक के प्रवास को प्रदर्शित करेगी। चौथी प्रदर्शनी में ओडिशा की धरोहर और संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी। इसमें ओडिशा की समृद्ध कला और शिल्प का दर्शन होगा।