महराजगंज: नेपाल बॉर्डर से लगते उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले से एक अनोखा मामला सामने आया है. यहां एक पुलिस सिपाही की छुट्टी का आवेदन पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. अपर पुलिस अधीक्षक को भेजे गए पत्र में सिपाही ने लिखा कि एक महीने पहले ही शादी हुई है और ड्यूटी से छुट्टी न मिलने के कारण पत्नी नाराज है. कॉल करने पर मोबाइल फोन मां को पकड़ा देती है.
महराजगंज जिले में नौतनवा थाने की पीआरबी पर तैनात सिपाही का यह आवेदन पत्र खूब वायरल हो रहा है. सिपाही ने अवकाश के लिए दिए गए आवेदन पत्र में लिखा है कि पिछले माह ही उसकी शादी हुई है. विदाई के बाद वह पत्नी को घर छोड़ ड्यूटी पर चला गया. अब उसे छुट्टी नहीं मिल रही. इससे पत्नी नाराज हो गई है. बार-बार कॉल करने पर भी बात नहीं कर रही है. कॉल रिसीव कर बिना बात किए मोबाइल अपनी सास यानी सिपाही की मां को दे देती है.
सिपाही ने यह भी लिखा, ‘मैंने पत्नी को वादा किया है कि भतीजे के जन्मदिन पर घर जरूर आऊंगा. कृपया 10 जनवरी से मुझे 7 दिन की कैजुअल लीव यानी सीएल देने की कृपा करें. आपका आभारी रहूंगा.’ मतलब पत्नी की नाराजगी से उठ रहे दर्द को सिपाही ने शब्दों के माध्यम से प्रार्थना पत्र पर बयां किया है.
सिपाही का प्रार्थना पत्र पढ़ने के बाद के एडिशनल एसपी ने 5 दिन का आकस्मिक अवकाश स्वीकृत कर दिया. जिसके बाद सिपाही पत्नी को किया वादा पूरी करने के लिए घर निकल गया.नौतनवा थाना क्षेत्र की पीआरबी पर तैनात सिपाही 2016 बैच का है. वह मऊ जिले का रहने वाला है. मौजूदा वक्त में वह भारत-नेपाल सरहद के पीआरबी में तैनात है.
पत्नी की नाराजगी का हवाला देकर सिपाही ने अपने भतीजे के जन्मदिन पर 7 दिन का अवकाश मांगा था, लेकिन अपर पुलिस अधीक्षक ने पांच दिन का आकस्मिक अवकाश स्वीकृत किया. 10 जनवरी से उसकी छुट्टी शुरू होगी.
एडिशनल एसपी आतिश कुमार सिंह ने बताया कि ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों को उनकी जरूरत के मुताबिक अवकाश स्वीकृत किया जाता है. इस बात का भी विशेष ध्यान दिया जाता है कि अवकाश के चलते शांति व्यवस्था में कोई व्यवधान न हो पाए. नौतनवा थाना के कॉन्स्टेबल का भी उसके प्रार्थना पत्र के आधार पर 5 दिन का Casual Leave (आकस्मिक अवकाश) स्वीकृत किया गया है.