नागपुर: क्राइम ब्रांच की सामाजिक सुरक्षा शाखा ने बुधवार को नागपुर के रेड लाइट एरिया में छापेमारी की। पुलिस को जानकारी मिली थी कि देह व्यापार चलाने वाली महिलाएं नाबालिग लड़कियों से देह व्यवसाय करवा रही है। जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने यह कार्रवाई की। पुलिस का छापा पड़ते ही परिसर में हड़कंप मच गया।
पुलिस को देखकर अफरातफरी मच गई और देह व्यापार चलाने वाली कई महिलाएं भाग निकलीं। हालांकि पुलिस को जिस महिला की पुख्ता जानकारी मिली थी, वह अपनी साथी के साथ पकड़ी गई। पकड़ी गई महिलाओं में दीपा राजू कंचन (50) और नीलम उर्फ गुड्डी मनीष धनावत (55) बताई गई। दोनों मध्य प्रदेश के ग्वालियर की रहने वाली हैं। वहां से युवतियों को नागपुर लाकर देह व्यवसाय करवाती हैं।
घर में बना रखा था बंधक
पुलिस को जानकारी मिली थी कि दीपा ने अपने घर में नाबालिग को बंधक बना रखा है। कम उम्र की लड़कियों के अलावा अन्य महिलाओं को भी देह व्यवसाय के लिए जगह उपलब्ध करवाती है। खबर के आधार पर पुलिस ने पंटर को भेजा। जानकारी सही निकली और पुलिस ने लाल स्कूल के पीछे स्थित दीपा के मकान पर छापा मारा। पुलिस की मौजूदगी की भनक लगते ही पूरी बस्ती में हड़कंप मच गया।
1 नाबालिग लड़की मिली
देह व्यापार चलाने वाली महिलाओं ने अपने घरों के दरवाजे बंद कर लिए। लड़कियों को छिपा दिया और खुद भाग निकली। दीपा और गुड्डी के मकान की जांच करने पर 1 नाबालिग लड़की और 2 महिलाएं मिलीं। पुलिस ने उन्हें अपने संरक्षण में ले लिया। दोनों के खिलाफ लकड़गंज थाने में पीटा एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
3 मोबाइल और नकदी जब्ती
पुलिस ने आरोपियों से 3 मोबाइल और पंटर ग्राहक द्वारा दी गई नकद जब्त की गई। इंस्पेक्टर कविता ईसारकर, हेड कांस्टेबल सचिन बढ़िये, लक्ष्मण चौरे, अजय पौनीकर, समीर शेख, नितिन वासने, कमलेश क्षीरसागर, लता गवई, आरती चौहान और पूनम शेंडे ने कार्रवाई को अंजाम दिया।