लखनऊ: लखनऊ पुलिस ने शव के पास मिली नींद की दवा के स्ट्रिप की मदद से एक युवती की हत्या की गुत्थी सुलझा ली है। सायरपुर थाना क्षेत्र के सरौना गांव में गुरुवार को एक खाली प्लॉट पर युवती की जली हुई लाश मिली थी।
गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान मदीगंज थाना क्षेत्र के अलीनगर खदरा इलाके के 21 वर्षीय अरशद और हरदोई जिले के 19 वर्षीय मोहम्मद आवेश के रूप में हुई है।
पूछताछ में दोनों ने जुर्म कबूल कर लिया है।
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) उत्तर, कासिम आबिदी के अनुसार, घटना स्थल पर नींद की दवा का एक स्ट्रिप मिला था।
पुलिस ने नींद की दवा बेचने वाले दुकानदारों से संपर्क किया तो मुख्य आरोपी के बारे में सुराग मिला।
अधिकारी ने बताया कि इस बीच, एक अन्य पुलिस दल के हाथ एक सीसीटीवी फुटेज लगा, जिसमें दो युवक एक महिला के साथ ई-रिक्शा पर बैठकर सरौना गांव की ओर जा रहे थे। फुटेज में मौजूद व्यक्ति की पहचान एक मेडिकल स्टोर के मालिक ने कर दी।
युवकों के उसी समूह का एक और सीसीटीवी फुटेज सामने आया, जब वे सरौना गांव से लौट रहे थे। लेकिन इसमें महिला गायब थी।
बाद में पुलिस ने अरशद का पता लगाया और उसने महिला की पहचान 20 वर्षीय सबा खान के रूप में की। सबा उसके साथ गुडंबा के आदिलनगर में लिव-इन पार्टनर के रूप में रहता था।
आबिदी ने कहा कि सबा अरशद पर उससे शादी करने का दबाव बना रही थी जबकि अरशद के माता-पिता के मना करने के कारण वह तैयार नहीं था।
इसके बाद, उसने उसे मारने की योजना बनाई और सरौना गांव के रास्ते में उसे ढेर सारी नींद की गोलियां खिला दीं जिससे वह बेहोश हो गई। अरशद ने अपने सहयोगी मोहम्मद आवेश की मदद से उसकी हत्या कर दी और उसके शरीर को लाइटर से जला दिया।