मुंबई: महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर मनोज जरांगे एक बार फिर अनशन पर बैठ गए है। राज्य में आगामी विधानसभा को देखते हुए आरक्षण के मामले के तुल पकड़ने के आसार दिख रहे है। मराठा आरक्षण को लेकर महाविकास अघाड़ी और महायुती आमने सामने है। इस बीच खबर सामने आई है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस शरदचंद्र पवार के अध्यक्ष शरद पवार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात करेंगे।
जानकारी के अनुसार, शरद पवार ने राज्य के विविध मुद्दों को लेकर मुख्यमंत्री शिंदे से मिलने के लिए समय मांगा है। बताया जा रहा है कि शरद पवार सोमवार को करीब 2 से 3 बजे के बीच सीएम के आधिकारिक आवास वर्षा पर एकनाथ शिंदे से मुलाकात करेंगे। बताया जा रहा है कि इस बैठक में मराठा आरक्षण के मुद्दे पर चर्चा हो सकती है। साथ ही माढ़ा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र, पानी की समस्या, बारामती तहसील के कृषी मुद्दे और फंडीग को लेकर भी चर्चा होने की संभावना है।
मराठा आरक्षण को लेकर हो सकती है चर्चा
हाल ही में महाराष्ट्र विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान मराठा आरक्षण को लेकर सत्ताधीश महायुती ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। हालांकि इस बैठक में महाविकास अघाड़ी के किसी भी नेता ने भाग नहीं लिया थी। जिसे लेकर शिंदे सरकार ने एमवीए की आलोचना की थी। छगन भुजबल ने यह भी आरोप लगाया था कि विपक्ष शरद पवार के मना करने पर बैठक में शामिल नही हुआ था। इन आरोपों के बाद भुजबल शरद पवार से मुलाकात की थी और मराठा आरक्षण के मुद्दे पर ध्यान आकर्षित करने के लिए कहा था। बताया जा रहा है कि छगन भुजबल के इसी अनुरोध के बाद शरद पवार सीएम एकनाथ शिंदे से मुलाकात करेंगे।
मनोज जरांगे एक बार फिर भूख हड़ताल पर
जानकारी के लिए बता दें कि मराठा आरक्षण को लेकर मनोज जरांगे एक बार फिर भूख हड़ताल पर बैठ गए है। जालना जिले के अंतरवाली सराती गांव में जरांगे की भूख हड़ताल तीसरे दिन भी जारी है। इसके साथ ही उन्होंने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगे मानी नहीं तो वह विधानसभा चुनाव में अपने उम्मीदवार उतारेंगें। जरांगे राज्य सरकार की ‘सगे रोयारे’ अधिसूचना को तत्काल लागू करने की मांग कर रहे हैं, जिससे मराठा समुदाय के लिए कुनबी प्रमाणपत्र प्राप्त करने के बाद ओबीसी आरक्षण का लाभ उठाने का मार्ग प्रशस्त हो जाएगा।