नई दिल्ली । दिल्ली-एनसीआर में एक बार फिर से प्रदूषण अपने खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है। राजधानी दिल्ली में बुधवार सुबह 7:15 बजे तक एक्यूआई 450 तक पहुंच गया। केंद्रीय प्रदूषण एवं नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक, राजधानी दिल्ली में बुधवार सुबह 7:15 बजे तक एक्यूआई 450 तक पहुंच चुका है, जबकि दिल्ली-एनसीआर के फरीदाबाद में एक्यूआई 263, गुरुग्राम में 392, गाजियाबाद में 390, ग्रेटर नोएडा में 330 और नोएडा में 364 एक्यूआई बना हुआ है।
राजधानी दिल्ली के अधिकतर इलाकों में एक्यूआई लेवल 400 से ऊपर और 500 के बीच में बना हुआ है। अलीपुर में 443, आनंद विहार में 481, अशोक विहार में 461, आया नगर में 410, बवाना में 472, बुराड़ी क्रॉसिंग में 483, मथुरा रोड में 466, डॉ करणी सिंह शूटिंग रेंज में 448, डीटीयू में 432, द्वारका सेक्टर 8 में 457, आईजीआई एयरपोर्ट में 448, आईटीओ में 455, जहांगीरपुरी में 469, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 441, मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में 440, मंदिर बाग में 430, मुंडका में 473, नरेला में 463, नेहरू नगर में 480, नॉर्थ कैंपस डीयू में 437, शादीपुर में 467 अंक बना हुआ है।
अगर दिल्ली में दृश्यता की बात करें, तो सुबह 5:30 बजे तक 8.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और सुबह 7 बजे आईजीआई एयरपोर्ट पर विजिबिलिटी 300 मीटर रही। राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए कई तरह की पाबंदियां लगाई गईं हैं। दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद और नोएडा में कक्षा छठी, नौवी और 11वीं की पढ़ाई हाईब्रिड मोड से संचालित किए जाने का निर्देश दिया गया। हाईब्रिड मोड का अर्थ हुआ कि बच्चे फिजिकल और ऑनलाइन दोनों ही तरह के क्लास अटेंड कर सकते हैं। बच्चों के स्वास्थ्य को देखते हुए यह कदम उठाया गया।
बता दें, अगर किसी क्षेत्र के एक्यूआई 0 से 50 के बीच रहता है, तो उसे अच्छी श्रेणी की हवा गुणवत्ता कहा जाता है । 51 से 100 के बीच संतोषजनक वायु गुणवत्ता माना जाता है। 101 और 200 की एक्यूआई श्रेणी को मध्यम श्रेणी का माना जाता है। अगर किसी जगह का एक्यूआई 201 से 300 के बीच हो तो उस क्षेत्र का एक्यूआई ‘खराब’ माना जाता है।