वॉशिंगटन (उत्तम हिन्दू न्यूज): अमेरिका में मेसेजिंग सिस्टम में टेक्निकल फेल्यर की वजह से हवाई उड़नें बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। एडमिनिस्ट्रेशन सिस्टम में खराबी के बाद एक हजार से ज्यादा उड़ानें रद्द कर दी गई और कम से कम 9000 से ज्यादा उड़ानों में देरी हुई। इस बीच अमेरिकी से भारत आने वाली उड़ानें भी प्रभावित हुई, लेकिन भारत से अमेरिका को जाने वाली उड़ानों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है और उड़ानें सामान्य तौर पर संचालित की जा रही है।
दूसरी तरफ अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने टेक्निकल फेल्यर के पीछे साइबर हमले से इनकार किया है और अधिकारियों ने डेटाबेस डैमेज होने की बात कही है।
डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने साफ किया है कि भारतीय एयरपोर्ट पर उड़ानें संचालित हो रही हैं और अमेरिका में हुई टेक्निकल फेल्यर का भारत से होने वाली उड़ानों पर कोई असर नहीं पड़ा है। अमेरिका में फेल्यर की वजह से उड़ानें घंटों बाधित रही, लेकिन डीजीसीए ने कहा कि भारत में चिंता की कोई बात नहीं है। भारत में डीजीसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि देश में सभी हवाई अड्डों पर परिचालन सामान्य है और अभी तक, चिंता का कोई कारण नहीं लगता है।
बता दें कि बुधवार को अमेरिका की फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन सिस्टम में टेक्निकल फेल्यर के बाद अमेरिका के भीतर, अमेरिका को जाने वाली और आने वाली उड़ानें प्रभावित हुई। बताया गया कि 1300 उड़ानों को रद्द करना पड़ा और कम से कम 9600 उड़ानों में देरी हुई।