जॉहानेसबर्ग : दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने केपटाउन में अपने सालाना ‘स्टेट ऑफ द नेशन’ संबोधन के दौरान देश में बिजली संकट के कारण आपदा की स्थिति का एलान किया। इस दौरान रामाफोसा ने ये भी कहा कि वह पद छोड़ने पर विचार कर रहे थे लेकिन अब उन्हें पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला से प्रेरणा मिली है, जिसके बाद उन्होंने पद पर बने रहने का फैसला किया है। अपने संबोधन में दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने कहा कि देश इस समय कई संकटों का सामना कर रहा है, जिनमें बिजली संकट, बेरोजगारी, अपराध और हिंसा में बढ़ोतरी जैसे मुद्दे हैं।
रामाफोसा ने कहा कि उनकी सरकार और पार्टी अफ्रीकी राष्ट्रीय कांग्रेस जिन संकटों का सामना कर रही थी, इनके बीच उनकी अंतरात्मा ने उन्हें पद पर बने रहने को कहा। बता दें कि बीते साल दिसंबर में ऐसी चर्चाएं थी कि सिरिल रामाफोसा राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे सकते हैं। दरअसल एक स्वतंत्र पैनल की रिपोर्ट में दावा किया गया था कि राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने भ्रष्टाचार कानून की कई धाराओं का उल्लंघन किया है। रामाफोसा के निजी गेम फार्म से डकैतों द्वारा बड़ी संख्या में नकदी चोरी हुई थी। रामाफोसा ने इसकी शिकायत दर्ज नहीं कराई थी और यह नकदी कहां से आई, इस पर भी रामाफोसा संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए थे। इसे लेकर रामाफोसा को काफी आलोचना झेलनी पड़ी थी।
हालांकि महाभियोग कार्यवाही के दौरान कुछ संसद सदस्यों द्वारा पार्टी लाइन से हटकर रामाफोसा का समर्थन किया गया था, जिसके चलते रामाफोसा के खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही नहीं हो सकी थी। अब रामाफोसा ने भी इस्तीफे का विचार त्याग दिया है। वहीं बिजली संकट से निपटने के लिए रामाफोसा ने एक बिजली मंत्री नियुक्त किया है। रामाफोसा ने अपना संबोधन के अंत में कहा कि ‘मेरी अंतरात्मा मुझे कहती थी कि इस देश को महान बनाने के लिए आप जो कुछ भी कर सकते हैं करें और मैं वही कर रहा हूं। हमारे सामने आने वाली सभी चुनौतियों के बावजूद मैं हम सभी से दक्षिण अफ्रीका के लोगों की सेवा करने के लिए यथासंभव योगदान देने का आह्वान करता हूं’।