नई दिल्ली : अरविंद केजरीवाल जिन पुजारियों के लिए पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना का ऐलान किया था अब उन्हीं के एक समूह ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पुजारियों के एक समूह ने मंगलवार को कनॉट प्लेस स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इस समूह ने मांग की कि दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को स्पष्ट करना चाहिए कि पिछले 10 वर्षों के दौरान सरकारी योजनाओं के तहत कोई वित्तीय सहायता क्यों नहीं दी गई।
बता दें कि अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा था कि सभी हिन्दू मंदिर के पुजारियों, गुरुद्वारों के ग्रंथियों को पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना के तहत 18,000 रुपये मासिक मानदेय दिया जाएगा। वहीं भाजपा नेता विजय गोयल ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि ये सभी घोषणाएं महज चुनावी वादे हैं। केजरीवाल खराब पेयजल, दिल्ली में प्रदूषण, भ्रष्टाचार, पानी, बिजली की समस्या और खराब सड़कों की स्थिति पर चुनाव क्यों नहीं लड़ रहे हैं?
इस बीच आम आदमी पार्टी की ओर से घोषित पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना के तहत पंजीकरण की शुरुआत मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने की। इस क्रम में केजरीवाल यमुना बाजार स्थित हनुमान मंदिर पहुंचे और पुजारियों का पंजीकरण किया। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार 20 राज्यों में है। वहां पर वह पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना लागू करके दिखाए। वहीं, मुख्यमंत्री आतिशी ने करोल बाग स्थित गुरुद्वारा जाकर ग्रंथियों का पंजीकरण किया।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर अरविंद केजरीवाल ने लिखा, मरघट वाले बाबा के मंदिर में दर्शन कर पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना का शुभारंभ किया है। यहां के महंत का जन्मदिन भी साथ में मनाया है। एक अन्य पोस्ट में उन्होंने लिखा, यह योजना लागू करने के चलते भाजपा नेताओं द्वारा उन पर निशाना साधा जा रहा है। भाजपा ने आज पंजीकरण रोकने की पूरी कोशिश की, लेकिन भक्त को अपने भगवान से मिलने से कोई नहीं रोक सकता है।