रेवाड़ी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9750 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया और गुरुग्राम मेट्रो रेल परियोजना और एम्स रेवाड़ी की आधारशिला रखी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “मैं जब भी रेवाड़ी आता हूं तो कितनी ही पुरानी यादें ताजा हो जाती हैं, रेवाड़ी से मेरा रिश्ता कुछ अलग ही रहा है। मैं जानता हूं रेवाड़ी के लोग मोदी को बहुत ज्यादा प्यार करते हैं। 2013 में जब भाजपा मे मुझे पीएम के उम्मीदवार के रूप में घोषित किया था तब मेरा पहला कार्यक्रम रेवाड़ी में हुआ था। उस समय रेवाड़ी ने 272 पार का आशीर्वाद दिया था जो सिद्धी बन गया था। अब मैं फिर से रेवाड़ी आया हूं तो लोग कह रह रहें हैं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, मैं कल ही 2 देशों की यात्रा के बाद देर रात भारत आया हूं। UAE और कतर में जिस प्रकार का आज भारत को सम्मान मिलता है, हर कोने से भारत को शुभकामनाएं मिलती हैं, वे सम्मान केवल मोदी का नहीं है वे सम्मान हर भारतीय का है आप सबका है….10 सालों में भारत 11वें स्थान से ऊपर उठ कर 5वें स्थान की आर्थिक महाशक्ति बना ये भी आपके आशीर्वाद से हुआ है। अब मुझे अपने तीसरे कार्यकाल में आने वाले सालों में भारत को दुनिया कि तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक ताकत बनाने के लिए आपका आशीर्वाद चाहिए।
नरेंद्र मोदी ने कहा, विकसित भारत बनाने के लिए हरियाणा का विकसित होना बहुत जरूरी है। हरियाणा तभी विकसित होगा, जब यहां आधुनिक सड़कें बनेंगी। हरियाणा तभी विकसित होगा, जब यहां रेलवे का आधुनिक नेटवर्क होगा। हरियाणा तभी विकसित होगा, जब यहां बड़े और अच्छे अस्पताल होंगे। थोड़ी देर पहले ही मुझे 10 हजार करोड़ रुपये की विकास परियोजनाएं हरियाणा को सौंपने का अवसर मिला है। प्रभु राम के आशीर्वाद ऐसे हैं कि आज कल मुझे हर स्थान पर ऐसे पवित्र काम से जुड़ने का अवसर मिल जाता है। ये राम जी की कृपा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, देश और दुनिया में ‘मोदी की गारंटी’ की बहुत चर्चा है, रेवाड़ी तो मोदी की गारंटी का सबसे पहला गवाह है। यहां पीएम पद के उम्मीदवार के रूप में मैंने देश को कुछ गारंटियां दी थीं। देश की इच्छा थी कि दुनिया में भारत की साख बढ़े, वो हमने करके दिखाया। देश की इच्छा थी कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो, आज पूरा देश भव्य राम मंदिर में विराजे रामलला के दर्शन कर रहा है। कांग्रेस के लोग, जो भगवान राम को काल्पनिक बताते थे, जो कभी नहीं चाहते थे कि राम मंदिर बने, वो भी जय सिया राम करने लगे हैं।