PUBG Addiction:PUBG जैसे हिंसक गेम के आदी हुए बच्चे , गेम खेलने पर कोई हत्या कर है या फिर सोसाइड
PUBG Addiction : JAMA नेटवर्क ओपन की एक रिसर्च के मुताबिक ,जो बच्चे गन वायलेंस वाले वीडियो गेम देखते और उन्हें खेलते है .उनमें गन को पकड़ने और उसका ट्रिगर दबाने की ज्यादा इच्छा तेज हो जाती है . एक रिसर्चर ने 200 से ज्यादा बच्चों में से 50% को नॉन वायलेंट वीडियो गेम और 50% को गन वायलेंस वाले वीडियो गेम खेलने पर किया गया था । इसके कुछ देर बाद ही देखा गया कि वायलेंस गेम खेलने वाले 60% बच्चों ने तुरंत गन को पकड़ लिया है । जबकि नॉन वायलेंट गेम खेलने वाले सिर्फ 44% बच्चों ने गन पकड़ी । WHO ने इंटरनेशनल क्लासिफिकेशन ऑफ डिजीज के लेटेस्ट एडिशन में इसे बीमारी, यानी गेमिंग डिसऑर
कोपेनहेगन यूनिवर्सिटी में मनोवैज्ञानिक रुन नीलसन के मुताबिक, जिस तरह कोई व्यक्ति बरसों तक निकोटिन या मॉर्फिन जैसी चीजों का इस्तेमाल करने पर इनका आदी हो जाता है, इसी आधार पर ऑनलाइन गेम्स को भी व्यसन माना गया। अन्य व्यसनों की तरह गेमिंग डिसऑर्डर से ग्रस्त लोग इसी पर दांव लगाते रहते हैं, भले ही उनकी जिंदगी के बाकी पहलू बर्बाद क्यों न हो रहे हों। डॉ. योगिता कदयान के मुताबिक गेमिंग एडिक्शन बढ़ते बच्चों के विकास के लिए बहुत बड़ी बाधा है। वे गेम्स के अलग-अलग लेवल पार करने को अपनी अचीवमेंट मानते हैं।
ये भी पढ़ें – 10 जून 2022 का राशिफल: आज ही जानिए अपना भविष्यफल, कैसा रहेगा आपका दिन