यूपी के सभी नगर निगमों में ’सम्भव’ व्यवस्था के तहत मंगलवार को होगी जनसुनवाई

0 305

लखनऊः प्रदेश के नगर विकास मंत्री एकेशर्मा के निर्देश पर मंगलवार 12 जुलाई, 2022 को प्रदेश के सभी नगर निगम क्षेत्रों में लोगों की समस्याओं के समाधान व शिकायतों के निस्तारण हेतु जनसुनवाई कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। नगर आयुक्त के स्तर पर प्रातः 10ः00 बजे से जनसुनवाई की जाएगी। उन्होंने निर्देशित किया है कि जनसुनवाई में यह भी सुनिश्चित किया जाय कि इसमें लोगों की शिकायतों का त्वरित व गुणवत्तापूर्ण निस्तारण हो।

नगर विकास मंत्री ने बताया कि आज सोमवार को सभी नगर पालिका परिषदों एवं नगर पंचायत क्षेत्र के अधिशासी अधिकारियों के स्तर पर जनसुनवाई की गई, जिसमें कुल 719 शिकायतें प्राप्त हुईं, इसमें से 687 शिकायतों का निस्तारण मौके पर कर दिया गया है। शेष 32 शिकायतों के समाधान के लिए अधीनस्थ अधिकारियों से रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि आज की जनसुनवाई में अवैध अतिक्रमण व कब्जा, सीवर लाइन, हाईमास्क लाइट, नालियों की मरम्मत, मृतक आश्रितों की समस्या से संबंधित आदि मामले सुने गए।

ए0के0शर्मा ने कहा कि जनसुनवाई की ’सम्भव’ (सिस्टमैटिक एडमिनिस्ट्रेटिव मैकॅनिज्म ब्रिंग हैप्पीनेस एण्ड वैल्यू) नामक इस व्यवस्था से नागरिकों की शिकायतों का स्थानीय स्तर पर ही निस्तारण किये जाने के प्रयास किये जा रहे हैं। लोगों का इस व्यवस्था में विश्वास बढ़ा है और उनकी समस्याओं का समाधान भी स्थानीय स्तर पर हो रहा है। फिर भी यदि किसी समस्या का समाधान स्थानीय स्तर पर नहीं हो पाता, तो महीने के प्रथम बुधवार को उच्चस्तर पर स्वयं नगर विकास मंत्री द्वारा ऐसे मामलों को सुना जाएगा और समाधान भी किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि इससे लोगों को एक पारदर्शी व जवाबदेही व्यवस्था मिलेगी। लोगों की समस्याओं के समाधान में सभी संबंधित अधिकारी अपना सार्थक योगदान दें, जिससे कि जनशिकायतों के निस्तारण में कही कोई कमी न रह जाय। उन्होंने कहा कि शिकायतों के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण से ही अधिकारियों के कार्यों का मूल्यांकन होगा और इसके लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय की जाएगी।

नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया Vnation के Facebook पेज को LikeTwitter पर Follow करना न भूलें...
Leave A Reply

Your email address will not be published.