लोक निर्माण विभाग विकसित कर रहा है एस्टिमेटर साफ्टवेयर, सरकारी सिविल कार्यों में पारदर्शिता आयेगी
प्रदेश के पीडब्ल्यूडी कार्यालयों में 01 जनवरी 2023 से अनिवार्य रूप से ई ऑफिस प्रणाली लागू
लखनऊ: उत्तर प्रदेश पीडब्ल्यूडी की सड़कों की हर जानकारी अब ऑनलाइन उपलब्ध होगी। हर एक सड़क की भौतिक स्थिति की जानकारी को ऑनलाइन प्राप्त किया जा सकेगा। जिसके लिए पीडब्ल्यूडी की सड़कों की ऑनलाइन मॉनिटरिंग व्यवस्था को जल्द ही मूर्तरूप दिया जाएगा। इसके हो जाने के बाद विभागीय परियोजनाओं की रियल टाइम मॉनिटरिंग भी की जा सकेगी, जिसके लिए ड्रोन एवं सेटेलाइट की मदद से सर्वे किया जाएगा।
विभाग में पहले से प्रचलित सृष्टि, विश्वकर्मा, चाणक्य, प्रहरी व कोर्ट केस मॉनिटरिंग सिस्टम के अन्तर्गत कार्य हो रहे है। इसके उपरांत विभाग में विकसित किए जा रहे एस्टिमेटर, निगरानी तथा डिजिटाइजेशन ऐप विकसित किया जा रहा है। विभाग में प्रचलित और विकसित किए जा रहे सॉफ्टवेयर को एकीकृत प्रणाली के अंदर लाया जा रहा है। यह कार्य पूरा हो जानने के बाद मार्गों का नियोजन एवं निर्माण कार्यों का अनुरक्षण सुगमता से हो सकेगा।
प्रदेश सरकार की प्राथमिकता के अनुरूप विभाग में ई ऑफिस प्रणाली लागू करने के उद्देश्य से डिजिटाइजेशन के कार्यों में तेजी लाते हुए, प्रदेश के पीडब्ल्यूडी कार्यालयों में 01 जनवरी 2023 से अनिवार्य रूप से ई ऑफिस प्रणाली लागू कर दिया जाएगा। इसके लिए मुख्यालय स्तर पर 1 जुलाई 2022 से यह कार्य चरणबद्ध तरीके से प्रारंभ कर दिया जायेगा।
एक सरकारी प्रवक्ता के अनुसार एस्टिमेटर सॉफ्टवेयर के माध्यम से विभाग में खंड स्तर पर गठित आगणन (एस्टीमेट) पूर्णरूपेण ऑनलाइन ही मुख्यालय स्तर पर प्राप्त किया जा सकेगा। एस्टिमेटर लागू होने के उपरांत आगणन के गठन, विभिन्न स्तरों पर परीक्षणों में संशोधन की प्रक्रिया समयबद्ध रूप से एवं बिना अधिक प्रयास के संभव हो सकेगी। इससे कार्य में पारदर्शिता आएगी एवं जन सामान्य को सुविधा भी होगी।
इसके अलावा सड़कों की जीआईएस मैपिंग की जा रही है। इससे सड़क के हर हिस्से को-आर्डिनेंट्स फीड हो जाएंगे। जीआईएस मैपिंग का काम शुरू कर दिया गया है। यह काम शीघ्र पूरा हो जायेगा।