दिल्ली में पुजारी-ग्रंथी योजना का आज शुभारंभ, मंदिर में केजरीवाल तो आतिशी गुरद्वारे में करेंगी रजिस्ट्रेशन
नई दिल्लीः दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मंगलवार को एक और अहम योजना की शुरूआत करेंगे। आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आम आदमी पार्टी ने वादों की झड़ी लगा दी है। केजरीवाल ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट के माध्यम से जानकारी देते हुए बताया कि वह पत्नी सुनीता केजरीवाल के साथ मंगलवार को कनॉट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर से पुजारी, ग्रंथी सम्मान योजना का शुभारंभ करेंगे।
वहीं दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी करोल बाग स्थित गुरुद्वारे से इस योजना का शुभारंभ करेंगी। केजरीवाल ने एक्स पर पोस्ट किया, “आज मैं अपनी पत्नी के साथ कनॉट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर से पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना का शुभारंभ करूंगा। आतिशी जी करोल बाग स्थित गुरुद्वारे से इस योजना का शुभारंभ करेंगी।”
गौरतलब है कि 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले केजरीवाल ने सोमवार को पुजारी, ग्रंथी सम्मान योजना की घोषणा की थी, जिसके तहत उन्होंने कहा था कि मंदिरों के पुजारियों और गुरुद्वारे के ‘ग्रंथियों’ को प्रति माह करीब 18,000 रुपये मानदेय मिलेगा। उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में आगामी चुनावों में आप की सरकार बनने के बाद यह योजना लागू की जाएगी। केजरीवाल ने कहा कि ऐसा देश में पहली बार हो रहा है। पुजारी एक ऐसा वर्ग है जो पीढ़ी दर पीढ़ी कर्मकांड को आगे बढ़ाता आया है।उन्होंने कभी अपने परिवार पर ध्यान नहीं दिया और हमने कभी उन पर ध्यान नहीं दिया।
इसके अलावा केजरीवाल ने कहा कि पुजारी हमारी सेवा करते हैं। चाहे हमारे बच्चे का जन्मदिन हो या किसी प्रियजन की मृत्यु, उन्होंने हमेशा हमें भगवान से जोड़ा है। लेकिन उन्होंने कभी अपने परिवार पर ध्यान नहीं दिया और न ही हमने उन पर पर्याप्त ध्यान दिया। यह देश में पहली बार हो रहा है। हमने राष्ट्रीय राजधानी में कई ऐसे काम किए हैं जो पहली बार हुए हैं। हमने स्कूलों और अस्पतालों में सुधार किया और महिलाओं के लिए बस यात्रा की सुविधा दी। मुझे बस उम्मीद है कि भाजपा और कांग्रेस सरकारें इससे सीख लेंगी और अपने द्वारा संचालित राज्यों में ऐसी योजनाओं को लागू करेंगी।
इस दौरान भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने झूठे मामले बनाकर और पुलिस भेजकर महिला सम्मान योजना को रोकने की पूरी कोशिश की। उसी योजना के लिए अभी भी पंजीकरण चल रहा है। उन्होंने संजीवनी योजना को रोकने की कोशिश की, लेकिन नहीं रोक पाए। मैं चाहता हूं कि वे इस योजना के साथ ऐसा न करें।