बीजिंग : चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग 20 से 22 मार्च तक रूस की यात्रा पर रहेंगे। उनकी इस पहल को यूक्रेन से युद्ध के बीच में रूस को चीन के समर्थन के रूप में देखा जा रहा है।
चीन के राष्ट्रपति के रूप में तीसरे कार्यकाल की ताकतवर शुरुआत करने के बाद से ही शी जिनपिंग की रूस यात्रा को लेकर कयास लगाए जा रहे थे। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद जिस तरह यूक्रेन को पश्चिमी जगत का भरपूर समर्थन मिला है, उस दौर में जिनपिंग की रूस यात्रा को चीन के समर्थन के रूप में देखा जा रहा है। अब चीन के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को घोषणा की है कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग 20 से 22 मार्च तक रूस की यात्रा करेंगे। इस दौरान वे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के साथ बातचीत भी करेंगे।
चीन के राष्ट्रपति के रूप में अपने तीसरे कार्यकाल का समर्थन करने के बाद शी जिनिपंग पहली विदेश यात्रा पर जा रहे हैं। ऐसी अटकलें भी लग रही हैं कि पिछले 10 वर्षों से पुतिन के करीबी सहयोगी रहे शी जिनपिंग यूक्रेन में चल रहे संघर्ष को समाप्त करने के लिए रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता शुरू करने का प्रयास कर सकते हैं। शी के यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से भी फोन पर बातचीत करने की उम्मीद है।
उल्लेखनीय है कि शी जिनपिंग हाल ही में लगातार तीसरी बार चीन के राष्ट्रपति चुने गए हैं। शी जिनपिंग अब वैश्विक स्तर पर चीन के प्रभाव को बढ़ाने की कोशिशों में जुटे हैं। यूक्रेन संकट की मध्यस्थता की पेशकश भी शी जिनपिंग की इन्हीं कोशिशों का हिस्सा है। इससे पहले सऊदी अरब और ईरान के बीच संबंधों को फिर से बहाल करने में भी चीन ने अहम भूमिका निभाई थी।