रूस. रूस-यूक्रेन के बीच जंग पिछले 8 महीने से जारी है. युद्ध में दोनों तरफ से हजारों सैनिक मारे जा चुके हैं और यूक्रेन में लाखों लोग विस्थापित हो चुके हैं. इस बीच, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और फ्रेंच प्रेसीडेंट इमैनुएल मैक्रों के बीच फोन कॉल पर बातचीत की खबर सामने आई है. सूत्रों के मुताबिक, पुतिन ने इस बातचीत में इशारा किया है कि यूक्रेन को घुटनों पर लाने के लिए परमाणु बम का इस्तेमाल भी किया जा सकता है. पुतिन ने मैंक्रो को द्वितीय विश्वयुद्ध में परमाणु बम के हमले के बाद जापान के हिरोशिमा और नागासाकी में हुई तबाही की याद दिलाई.
बता दें कि व्लादिमीर पुतिन ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ फोन पर बातचीत में हिरोशिमा और नागासाकी परमाणु हमलों का हवाला देकर पश्चिमी नेताओं के बीच खलबली मचा दी है. रूसी नेता ने कथित तौर पर मैक्रों से कहा कि परमाणु बम विस्फोट जिसके कारण द्वितीय विश्वयुद्ध का अंत हुआ, ने दिखाया कि आपको जीतने के लिए प्रमुख शहरों पर हमला करने की जरूरत नहीं है.
जान लें कि द्वितीय विश्वयुद्ध में अमेरिका ने 6 अगस्त 1945 को जापान के हिरोशिमा और 9 अगस्त 1945 को नागासाकी में परमाणु बम गिराया था. इस भयंकर हमले में लाखों लोग मारे गए थे. सूत्रों के अनुसार, पुतिन ने मैंक्रों को संकेत दिए कि यूक्रेन पर जीत के लिए हिरोशिमा और नागासाकी जैसा हाल भी किया जा सकता है. आशंका जताई जा रही है कि यूक्रेन के छोटे शहर परमाणु बम का निशाना बन सकते हैं.
सूत्रों के अनुसार, व्लादिमीर पुतिन से बातचीत के दौरान ये टिप्पणी सुनते ही फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों शॉक्ड हो गए. डेली मेल में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, मैंक्रों ने पुतिन से बातचीत के बाद कहा कि यह एक बहुत बड़े संकेत की तरह लग रहा है कि पुतिन यूक्रेन के पूर्व में परमाणु हथियार का इस्तेमाल कर सकते हैं, जबकि कीव पर हमला नहीं होगा.
गौरतलब है कि रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध को शुरू हुए 8 महीने से ज्यादा का समय हो चुका है. रूस, यूक्रेन के चार प्रांतों का विलय अपने में कर चुका है. वहीं, यूक्रेन ने भी दावा किया है कि उसने रूस से अपनी कुछ जमीन वापस छीन ली है. रूस के आगे यूक्रेन हथियार डालने को तैयार नहीं है.