लखनऊ। प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने पर्यटन विभाग के तहत हो रहे निर्माण कार्यों में मानक एवं गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिये हैं। पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार की स्वदेश दर्शन स्कीम के स्पिरीचुअल सर्किट-3 के अंतर्गत विभिन्न पर्यटन स्थलों का समेकित पर्यटन विकास के लिए 898.35 लाख रूपये की विभिन्न परियोजनायें अप्रैल, 2020 में स्वीकृत की गयी थी। इन परियोजनाओं को दिसम्बर, 2020-22 तक पूरा कराये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
स्पिरीचुअल सर्किट-3 के अंतर्गत जेवर में द्रोणाचार्य मंदिर, जवल ऋषि आश्रम, दाऊजी मंदिर, चामुण्डा देवी मंदिर एवं शिव मंदिर का पर्यटन विकास के लिए सोलर लाइट, बेंच, डस्टबिन, इंटरलॉकिंग, साइनेज, हाईमास्ट लाईट, जनसुविधा एवं बहुउद्देशीय हाल का निर्माण कार्य किया जा रहा है।
जयवीर सिंह ने बताया कि दादरी में महादेव मंदिर एवं तालाब दादी सती का मंदिर, ढाक वाले बाबा का मंदिर, पातालेश्वर शिव मंदिर, शिवकुटी, शिवमंदिर, गुलाबवली एवं नया महोदय मंदिर का पर्यटन विकास के अंतर्गत सोलर लाईट, बेंच, डस्टबिन, इंटरलॉकिंग, हाईमास्ट लाईट, पाथ-वे, रेन सेंटर, वाउण्ड्रीवाल, प्रवेश द्वार, जनसुविधा एवं बहुउद्देशीय हाल का निर्माण किया जा रहा है।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि इसी प्रकार सिकन्दराबाद, नोयडा तथा खुर्जा में विभिन्न मंदिरों का विकास एवं जनसुविधाओं के विकास के लिए निर्माण कार्य कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इन कार्यों को अप्रैल, 2020 में स्वीकृत किया गया था और दिसम्बर, 20222 तक इसे पूरा किया जाना है। इसके लिए सीएण्डडीएस उत्तर प्रदेश जल निगम लिमिटेड को कार्यदायी संस्था बनाया गया है।