मुंबई : साउथ अफ्रीका के विस्टफोटक सलामी बल्लेबाज और विकेट कीपर क्विंटन डी कॉक ने वनडे क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। गुरुवार रात ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड कप 2023 सेमीफाइनल के रूप में उन्होंने अपना आखिरी वनडे मैच खेला। डी कॉक वर्ल्ड कप शुरू होने से पहले ही इस फॉर्मेंट से अपने संन्यास का ऐलान कर चुके थे, हालांकि वह साउथ अफ्रीका के लिए टी20 क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे। बता दें, डी कॉक टेस्ट से पहले ही संन्यास ले चुके हैं। डी कॉक की वनडे क्रिकेट से विदाई दुखद रही क्योंकि उनकी टीम को सेमीफाइनल में एक और हार का सामना करना पड़ा। वर्ल्ड कप में चोकर्स के नाम से मशहूर इस टीम के पास यह टैग हटाने का इस बार शानदार मौका था, मगर कंगारुओं के सामने इस टीम ने आसानी से घुटने टेक दिए। साउथ अफ्रीका को सेमीफाइनल में 3 विकेट से हार का सामना करना पड़ा।
क्विंटन डी कॉक ने अपने रिटायरमेंट से पहले विश्व कप में एक बड़ा वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया। उन्होंने इस वर्ल्ड कप में खेले 10 मुकाबलों में 3 शतकों की मदद से 594 रन बनाए। वह साउथ अफ्रीका के लिए इस टूर्नामेंट में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे, इसके अलावा उन्होंने विकेट कीपिंग में भी कमाल दिखाया और कुल 20 शिकार किए। डी कॉक वनडे वर्ल्ड कप में 500 से अधिक रन बनाने के साथ 20 शिकार करने वाले दुनिया के पहले विकेट कीपर बने हैं। जी हां, वर्ल्ड कप में बतौर विकेट कीपर सबसे ज्यादा डिसमिसल करने का रिकॉर्ड एडम गिलक्रिस्ट के नाम हैं जिन्होंने 2003 में कुल 21 शिकार किए थे। डी कॉक के पास इसी वर्ल्ड कप में गिलक्रिस्ट की बराबरी करने का मौका था, मगर ऑस्ट्रेलियाई पारी के अंत में उन्होंने पैट कमिंस का कैच टपका दिया, जो मैच का भी टर्निंग पॉइंट साबित हुआ।
क्विंटन डी कॉक ने साउथ अफ्रीका के लिए वनडे क्रिकेट में खेले 155 मैचों में 45.74 की शानदार औसत के साथ 6770 रन बनाए। इस दौरान उनका हाईएस्ट स्कोर 178 रनों का रहा। डी कॉक ने अपने वनडे करियर में कुल 51 बार 50 रन का आंकड़ा पार किया जिसमें 21 शतक शामिल हैं। वह साउथ अफ्रीका के सर्वकालिक बेस्ट विकेट कीपरों में से एक हैं।