नोएडा। सेक्टर-62 स्थित जेएसएस कालेज में बीटेक प्रथम वर्ष के छात्र के साथ बीटेक तृतीय वर्ष के छात्रों ने रैगिंग की। पीड़ित छात्र के स्वजन का आरोप है कि असाइनमेंट नहीं बनाने और ‘सर’ नहीं बोलने पर सीनियर छात्रों ने रैगिंग की। छात्र को इस कदर पीटा गया कि उसके बाएं कंधे की हड्डी के पांच जगह से टूट (फ्रैक्चर) गई।
मारपीट के आरोपित सीनियर छात्रों के खिलाफ स्वजन ने सेक्टर-58 कोतवाली पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया, लेकिन पुलिस ने मुकदमा दर्ज होने के पांच दिन बीत जाने के बाद भी पीड़ित छात्र के बयान तक दर्ज नहीं किए हैं। न ही आरोपित छात्रों की गिरफ्तारी के प्रयास किए हैं। आरोपित छात्रों के खिलाफ रैगिंग की धारा रैगिंग प्रतिषेध अधिनियम के तहत मुकदमा नहीं दर्ज किया गया। घटना से डरे सहमे पीड़ित छात्र ने अब दोबारा कालेज जाने से किया इनकार किया है। घटना के बाद से वह डरा सहमा है।
अलीगढ़ का रहने वाला 19 वर्षीय छात्र जेएसएस एकेडमी आफ टेक्निकल एजुकेशन में बीटेक प्रथम वर्ष (कंप्यूटर डाटा साइंस) का छात्र है। सात दिसंबर की रात करीब 12 बजे पीड़ित छात्र अपने छात्रावास में पढ़ाई कर रहे थे। तभी उनके रूममेट उत्कर्ष शर्मा के फोन पर कुछ सीनियर छात्रों का फोन आया। उन्होंने उत्कर्ष के माध्यम से पीड़ित छात्र को असाइनमेंट पूरा करने के लिए कहा, लेकिन पीड़ित ने मना कर दिया।
फिर सीनियर छात्रों ने उत्कर्ष को अपने हास्टल (संख्या-101) में बुलाया। डर के कारण पीड़ित भी सीनियर छात्रों के हास्टल में पहुंच गया। आरोप है जहां उसे शराब और बियर की कई बोतलें बिखरी दिखीं। वहां चार सीनियर मौजूद थे, जो शराब के नशे में धुत थे। सभी लगातार धूम्रपान कर रहे थे। असाइनमेंट से मना करने पर सीनियर छात्रों ने पीड़ित छात्र को गालियां देनी शुरु कर दी। पीड़ित ने कहा कि वह अपना गणित का काम कर रहा है। उसके पास अतिरिक्त समय नहीं है। अगले दिन सुबह आठ बजे क्लास भी जाना है।
सीनियर छात्रों ने कहा कि वह उनकी आंख में मत देखे और अपना सिर नीचे करके देखे। पीड़ित ने कहा कि सारी भैय्या। यह सुनकर छात्रों ने गाली-गलौज शुरू कर दी। पीड़ित से कहा कि वह उन्हें सर कहें। धमकी देते हुए कहा कि कालेज के रजिस्ट्रार उनके पिता के मित्र हैं। इसके बाद पीड़ित अपने कमरे में लौट आया।
सुरक्षा गार्ड से हास्टल नंबर-101 में गड़बड़ी की शिकायत की। इससे खफा सीनियर छात्रों ने रात करीब ढाई बजे पीड़ित को फिर अपने हॉस्टल बुलाया, लेकिन पीड़ित ने आने से मना कर दिया। कुछ देर बाद सीनियर छात्र पीड़ित के हॉस्टल में आए और रूममेट को बाहर भेजकर गेट को अंदर से बंद कर लिया। छात्रों ने पूछा कि वह उनके कमरे में क्यों नहीं आया?
पीड़ित ने कहा कि उसकी इच्छा है कि वह जाए या न जाए। यह सुनने के बाद सभी छात्रों ने फिर से पीड़ित को पीटना शुरू कर दिया। रजिस्ट्रार और वार्डन से शिकायत पर भी नहीं रुके। कुछ देर बाद हॉस्टल से बाहर गए और गुस्से में वार्डन का कमरा खटखटाया।
इस बार वार्डन और कालेज के एक अधिकारी के सामने कारिडोर में सीनियर छात्रों ने पीड़ित छात्र को पीटा। एक ने पीड़ित के हाथ पकड़े तो एक ने गर्दन दबाई। एक ने पैर पकड़ लिए जबकि एक छात्र पीटता रहा। पीड़ित को तब तक पीटा गया, जब तक वह बेहोश नहीं हो गया। सुरक्षागार्ड ने किसी तरह बचाव कर पीड़ित को हॉस्टल में भेजा।
घटना की जानकारी पीड़ित ने अगले दिन सुबह स्वजन को दी। कालेज पहुंचने के बाद छात्र के पिता और मां को आरोपित छात्रों का नाम तक नहीं बताया गया। स्वजन पीड़ित को इलाज के लिए सेक्टर-62 स्थित फोर्टिस अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां एक्स-रे जांच में पता चला कि कंधे की हड्डी में तीन जगह फ्रैक्चर हुए हैं। छात्र के स्वजन उसे अलीगढ़ गए। जहां से बाद में फरीदाबाद में मेरिंगो क्यूआरजी अस्पताल में परिचित डाक्टर के माध्यम से एक्स-रे जांच कराई।
पुलिस ने बीटेक मैकेनिकल इंजीनियरिंग (एमई) के तृतीय वर्ष के छात्र अविजीत पाठक, अली हसन व बीटेक इलेक्ट्रानिक्स कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग (ईसीई) के तृतीय वर्ष के छात्र वैभव राज श्रीवास्तव, सामर्थ कुमार के खिलाफ आइपीसी की धारा 307 (हत्या का प्रसास), 308 (गैर इरादतन हत्या का प्रयास), 325 (गंभीर चोट पहुंचाना), 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना) करने की धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
जेएसएस कालेज के मीडिया प्रभारी डा. योगेंद्र सिंह ने बताया कि कैंपस में इस तरह की घटना दुखद है। मामले की जांच के लिए समिति घटित कर दी है। संलिप्त छात्रों को कालेज से निष्कासित कर हास्टल से बाहर कर दिया है।
डीसीपी (नोएडा) हरीश चंदर ने बताया कि छात्रों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। चारों छात्रों को कालेज प्रबंधन ने निष्कासित कर दिया है। छात्रों की तलाश के लिए टीम गठित की है। स्वजन की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया है। कालेज प्रबंधन की रैगिंग समिति जांच कर रही है। कालेज प्रबंधन की जांच रिपोर्ट व छात्र की मेडिकल रिपोर्ट का भी इंतजार है। रिपोर्ट के अनुसार आगे की कार्रवाई होगी।