राहुल गांधी जनता से जुड़े मुद्दे उठाते हैं, इसलिए उन्हें सदन में बोलने से रोका जाता है : रॉबर्ट वाड्रा
नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बयान का समर्थन किया है। राहुल गांधी ने कहा था कि उन्हें संसद में बोलने नहीं दिया जाता, जिस पर वाड्रा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह लोकतंत्र के लिए सही नहीं है।
राहुल गांधी की आवाज दबाने की कोशिश
रॉबर्ट वाड्रा ने कहा, “राहुल गांधी जब सदन में बोलते हैं, तो वे विपक्ष और जनता से जुड़े असल मुद्दों को उठाते हैं। भाजपा इन मुद्दों पर चर्चा नहीं करना चाहती, इसलिए उन्हें रोक दिया जाता है। स्पीकर को उनका पक्ष सुनना चाहिए था, लेकिन सदन को स्थगित कर दिया गया।”
भाजपा पर साधा निशाना
लोकसभा में स्पीकर ओम बिरला द्वारा राहुल गांधी को मर्यादा का पाठ पढ़ाने पर वाड्रा ने कहा, “हमारे परिवार ने हमेशा सम्मान और प्रेम सिखाया है। हम भाजपा की तरह नहीं हैं, जो अपने रिश्ते तक नहीं निभा पाती।”
संभल में सार्वजनिक नमाज पर रोक का विरोध
संभल प्रशासन द्वारा सार्वजनिक स्थानों पर नमाज पढ़ने पर रोक के सवाल पर वाड्रा ने भाजपा सरकार की नीतियों पर हमला बोला। उन्होंने कहा, “मुश्किल समय में लोग भगवान को याद करते हैं, न कि किसी मंत्री को। भाजपा धर्म के आधार पर राजनीति कर रही है, जिससे समाज में बंटवारा हो रहा है। ऐसे फैसलों से देश की प्रगति रुक जाएगी।”
‘देश में असली मुद्दों पर नहीं हो रही चर्चा’
वाड्रा ने आरोप लगाया कि सरकार असली मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए धर्म और राजनीति का सहारा ले रही है। “महंगाई, किसानों की समस्याओं पर कोई चर्चा नहीं होती, बल्कि धर्म की राजनीति की जाती है। इससे देश की नई पीढ़ी भी नाराज है।”
‘दिखावे की राजनीति नहीं होनी चाहिए’
धार्मिक यात्राओं को लेकर वाड्रा ने कहा कि वे हर धर्म की सीख को समझने की कोशिश करते हैं। उन्होंने दिखावे की राजनीति का विरोध करते हुए कहा, “कुंभ मेले जैसी जगहों पर हमें वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं चाहिए, जिससे आम लोगों को असुविधा हो।”