कर्नाटक में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिलने के बाद बोले राहुल गाँधी- ‘पहली कैबिनेट में पूरे करेंगे 5 वादे’
बेंगलोर: कर्नाटक में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत प्राप्त होने के पश्चात् राहुल गांधी ने दोपहर 2।50 बजे दिल्ली में स्थित कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस की। सबसे पहले तो उन्होंने कर्नाटक में प्राप्त हुई जीत के लिए लोगों का आभार जताया। वहीं, इसके बाद भाजपा पर हमला करते हुए राहुल ने कहा कि प्रदेश में मोहब्बत की जीत और नफरत की हार हुई है।
राहुल गांधी ने कहा, ‘हम गरीबों के मुद्दे पर लड़े। हमने मोहब्बत से प्यार से यह लड़ाई लड़ी। कर्नाटक के लोगों ने हमें दिखाया कि मोहब्बत इस देश को अच्छी लगती है। कर्नाटक में नफरत का बाजार बंद हुआ है। मोहब्बत की दुकानें खुली हैं। यह सबकी जीत है। यह कर्नाटक की जनता की जीत है। चुनाव में हमने कर्नाटक की जनता से 5 वादे किए थे। इन वादों को पहले दिन, पहली कैबिनेट में पूरा किया जाएगा।’ आपको बता दें कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में कर्नाटक की जनता से पांच बड़े वादे किए थे। कांग्रेस ने बताया था कि कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम में सभी महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा की सुविधा दी जाएगी। न्यू एजुकेशन पॉलिसी को रद्द कर राज्य शिक्षा नीति को लागू किया जाएगा। घोषणा पत्र में बताया गया था कि 63 सीमावर्ती तालुकों में कन्नड़ भाषा एवं संस्कृति का विकास किया जाएगा तथा सभी समुदायों की आशाओं और आकांक्षाओं को समायोजित करने के लिए आरक्षण की अधिकतम सीमा 50 प्रतिशत से बढ़ाकर 75 प्रतिशत की जाएगी। अपने घोषणापत्र में कांग्रेस ने वादा किया था कि परिवार की हर महिला मुखिया को प्रत्येक महीने 2,000 रुपये भत्ता दिया जाएगा।
इसके अतिरिक्त बेरोजगार स्नातकों को दो वर्षों के लिए 3,000 रुपये प्रति माह एवं बेरोजगार डिप्लोमा धारकों को 1,500 रुपये प्रति माह दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त नाइट ड्यूटी करने वाले पुलिस अफसरों को प्रत्येक महीने 5000 रुपये विशेष भत्ता देने की घोषणा भी की गई थी। वहीं सत्ता में आने के एक वर्ष के अंदर भाजपा द्वारा पारित जनविरोधी कानून और सभी अन्यायपूर्ण कानूनों को रद्द करने का ऐलान किया था। कांग्रेस ने कर्नाटक के लोगों को गृह ज्योति योजना के जरिए 200 यूनिट मुफ्त बिजली देने की घोषणा की थी। अन्नभाग्य योजना के तहत 10 किलो चावल देने की बात भी कही गई थी। अगले 5 वर्षों में किसान कल्याण के लिए 1।5 लाख रुपये, फसल नुकसान की भरपाई के लिए 5000 करोड़ रुपये और नारियल किसानों तथा अन्य के लिए MSP सुनिश्चित करने की भी घोषणा की थी।