नई दिल्ली: लोकसभा की सदस्यता रद्द किए जाने पर अब राहुल गांधी की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. राहुल गांधी ने कहा कि मैं हर कीमत चुकाने के लिए तैयार हूं. मैं भारत की आवाज के लिए लड़ रहा हूं. मानहानि मामले में गुजरात की सूरत कोर्ट की ओर से दो साल की सजा सुनाए जाने के बाद आज यानी शुक्रवार को राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द कर दी गई.
लोकसभा की सदस्यता जाने के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा है कि मैं भारत की आवाज के लिए लड़ रहा हूं और इसके लिए मैं हर कीमत चुकाने को तैयार हूं. राहुल गांधी से इस ट्वीट से पहले उनकी बहन और कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी का ट्वीट सामने आया था. राहुल गांधी पर एक्शन के बाद कांग्रेस पार्टी ने मोदी सरकार पर हमला बोला. कांग्रेस पार्टी ने कहा कि राहुल गांधी की अगुवाई में निकाली गई ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की लोकप्रियता की वजह से सत्ताधारी पार्टी घबरा गई है. जिसकी वजह से विपक्षी नेताओं के खिलाफ इस तरह के एक्शन लिए जा रहे हैं.
राहुल गांधी पर एक्शन के बाद विपक्ष एक बार फिर से लामबंद हो गया है. कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टियों के कई नेताओं ने राहुल गांधी की सदस्यता रद्द किए जाने को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है. प्रियंका गांधी ने सीधे-सीधे पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि जब आप संसद में नेहरू सरनेम का जिक्र करते हैं तो आप पर एक्शन नहीं लिया जाता है.
दरअसल, राहुल गांधी ने 2019 में एक चुनावी रैली के दौरान कहा था आखिर सभी चोरों का सरनेम मोदी कैसे हो सकते हैं? राहुल गांधी के इस बयान को लेकर गुजरात बीजेपी के नेता पूर्णेश मोदी ने कांग्रेस नेता के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज कराया. पूर्णेश ने दलील दी कि राहुल गांधी के बयान की वजह से उनके समाज के लोगों की मानहानि हुई है.
इसके बाद कोर्ट की ओर से राहुल गांधी को नोटिस जारी किया गया. मामले की सुनवाई आगे बढ़ी. कोर्ट में सुनवाई के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाया था. बयान के पीछे मेरी कोई गलत मंशा नहीं थी. इसके बाद कोर्ट ने मामले में राहुल गांधी को दोषी पाया और दो साल की सजा का फैसला सुनाया.