नई दिल्ली : वंदे भारत ट्रेन की कामयाबी के बाद अब भारतीय रेलवे (Indian Railways) वंदे भारत स्लीपर (Vande Bharat Sleeper) को लाने की तैयारी में है। वंदे भारत स्लीपर का इंतजार कर रहे लोगों रेलवे ने अब एक और खुशखबरी दी है। वंदे भारत के कोच का निर्माण करने वाले कंपनी रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) ने महाराष्ट्र के मराठवाड़ा में एक नई रेल कोच फैक्ट्री शुरू की है। RVNL की इस नई फैक्ट्री में 1920 वंदे भारत स्लीपर कोच तैयार किए जाएंगे। अगले 35 साल तक यहां वंदे भारत स्लीपर के कोचों का निर्माण और देखभाल की जाएगी।
RVNL ने सोशल मीडिया पर इस फैक्ट्री की शुरुआत का ऐलान करते हुए कहा कि ये प्रोजेक्ट भारत के विकास के लक्ष्य की ओर एक अहम कदम है और रोजगार के नए मौके भी लेकर आएगा। एक ट्वीट में RVNL ने कहा, “यह भारतीय रेलवे के लिए रोमांचक समय है! मराठवाड़ा रेल कोच फैक्ट्री का शुरू किया जा चुका है। यह प्रोजेक्ट विकसित भारत @2047 के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाते हुए रोजगार और कौशल विकास के लिए समर्पित है।”
वंदे भारत स्लीपर के बारे में जानकारी देते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बीते रविवार को बताया कि वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों की रफ्तार 160 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। ये पूरी तरह से देश में बनी तकनीक पर आधारित हैं। ट्रेन की सुरक्षा के लिए खास ध्यान दिया गया है और इसमें टक्कर-रोधी कवच प्रणाली का इस्तेमाल किया जाएगा।
वंदे भारत स्लीपर को इस तरह डिजाइन किया गया है कि ये 160 किमी प्रति घंटा की रफ्तार पर दौड़ेगी। ट्रेन में 16 कोच होंगे, जिसमें 11 थर्ड एसी, 4 सेकंड एसी और 1 फर्स्ट एसी होगा। इसमें कुल 823 यात्री सफर कर सकेंगे। इसमें आधुनिक लाइटिंग, यूएसबी चार्जिंग प्वाइंट्स और सामान रखने के लिए ज्यादा जगह होगी। ताजा भोजन की सुविधा के लिए लार्ज, मीडियम और स्मॉल पेंट्री का इंतजाम रहेगा। सफर के दौरान यात्रियों को फोल्डेबल स्नैक टेबल्स मिलेंगी।
सुरक्षा के लिहाज से ट्रेन में ब्लैक बॉक्स लगाया जाएगा जो सफर का डेटा रिकॉर्ड करेगा। लोको पायलट के लिए एसी वाली कैब और अलग टॉयलेट की सुविधा होगी, ताकि उनका काम आसान हो सके। हर कोच में बायो-डाइजेस्टर टैंक और सफाई बनाए रखने के लिए 30 लीटर के गार्बेज कॉम्पैक्टर्स होंगे। यात्रियों की सहूलियत के लिए एर्गोनॉमिक डिजाइन वाले टॉयलेट्स होंगे और फर्स्ट क्लास के यात्रियों को शॉवर की सुविधा भी मिलेगी।