चेन्नई: फेंगल चक्रवात के चलते तमिलनाडु में बारिश का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है। इस चक्रवात के वजह से पुडुचेरी, विल्लुपुरम और कुड्डालोर इलाकों में बाढ़ जैसे हालात होने से कई लोगों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी है। इस दौरान मौसम विभाग द्वारा रेड अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही शिक्षा मंत्री की ओर से सभी स्कूलों और कॉलेजों को बंद रखने का आदेश जारी किया गया है।
पुडुचेरी के शिक्षा मंत्री ए. नामचिवायम ने कहा कि चक्रवात फेंगल के कारण भारी बारिश हुई है। यही वजह है कि मंगलवार, 3 दिसंबर को सभी सरकारी और निजी स्कूलों के साथ-साथ कॉलेजों में भी छुट्टी की घोषणा की गई है। इस बीच, पुडुचेरी सरकार ने चक्रवात फेंगल से प्रभावित नागरिकों को राहत सहायता प्रदान करने की भी घोषणा की गई है। नागरिकों की सहायता के लिए सरकार की ओर से हर संभव प्रयास किया जा रहा है।
सरकार करेगी राहत सहायता प्रदान
इस दौरान सोमवार को पुडुचेरी के मुख्यमंत्री एन रंगास्वामी ने जानकारी दी है कि चक्रवात फेंगल के कारण पुडुचेरी में 48% बारिश हुई, जो अप्रत्याशित थी। पुडुचेरी सरकार ने चक्रवात से प्रभावित सभी राशन कार्डधारकों को 5,000 रुपये की राहत सहायता प्रदान करने का निर्णय लिया है। रंगास्वामी ने आगे कहा कि इसके अलावा, भारी बारिश के कारण पुडुचेरी राज्य में 10,000 हेक्टेयर फसलें बर्बाद हो गई हैं। इसलिए, हमने प्रभावित किसानों को प्रति हेक्टेयर 30,000 रुपये देने का फैसला किया है।
मुख्यमंत्री एन रंगास्वामी ने कहा कि चक्रवात फेंगल ने पुडुचेरी और तमिलनाडु में तबाही मचाई है। हाल ही में आई बाढ़ ने 50 नावों को नुकसान पहुंचाया है और सरकार ने उनकी मरम्मत के लिए 10,000 रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की है। चक्रवात के कारण उत्तरी तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटीय क्षेत्रों में अत्यधिक भारी बारिश हुई। पुडुचेरी में शंकरपरानी नदी विशेष रूप से प्रभावित हुई है। इस इलाके में एनआर नगर में 200 से अधिक घर जलमग्न हो गए। इस क्षेत्र में रहने वाले लोग फंसे हुए हैं, जिनके मदद के लिए भारतीय सेना और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल बचाव कार्यों में सक्रिय रूप से शामिल हैं।