नई दिल्ली : राजस्थान में बहुप्रतिक्षित मंत्रिमंडल का विस्तार कल हो सकता है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और बीजेपी अध्यक्ष सीपी जोशी को मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले विधायकों के नामों और उनके पोर्टफोलियो पर चर्चा के लिए दिल्ली बुला लिया गया है। शुक्रवार को सीएम भजनलाल शर्मा का राजभवन जाने का कार्यक्रम था। लेकिन फिर उन्हें अचानक दिल्ली से फोन कर बुला लिया गया। शनिवार दोहपर तीन बजे मंत्रिमंडल शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है।
बता दें कि राजस्थान में तीन दिसंबर को विधानसभा चुनावों के नतीजे आ गए। 15 दिसंबर को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। उनके साथ दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा ने उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। लेकिन इसके बाद मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अटकलें चलती रहीं। इससे पहले की सरकारों में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कभी भी इतना समय नहीं लगा।
बताते चलें, पिछली गहलोत सरकार में 11 दिसंबर को नतीजे आए। 17 को सीएम और डिप्टी सीएम की शपथ हुई। इसके बाद 24 को मंत्रिमंडल विस्तार और 27 को विभागों का बंटवारा कर दिया गया था। लेकिन इस बार विस्तार को लेकर इतना ज्यादा समय लग रहा है। इसके पीछे की बड़ी वजह विधायकों का अनुभव हीन होना बताया जा रहा है।
वहीं, जिन विधायकों के पास पूर्व में सत्ता में रहने का अनुभव है, वे कहीं न कहीं वसुंधरा राजे के खेमे से जुड़े हैं। यही वजह है कि बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व को राजस्थान का मंत्रिमंडल निर्धारण करने में इतना ज्यादा समय लग रहा है। जबकि छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में भी राजस्थान के साथ ही चुनाव परिणाम आए थे। वहां पर मंत्रिमंडल विस्तार किया जा चुका है।
इधर, जानकारी के मुताबिक राजभवन में भी टेंट और केटरिंग वालों को कल दोपहर तीन बजे तैयार रहने के लिए कह दिया गया है। हालांकि, राजभवन में टेंट शनिवार को ही लगा दिए गए थे। अब टेंट के साथ साउंड, लाइटिंग और अन्य इंतजामों को भी फिर से देखने के लिए कहा गया है। केटरिंग को भी शनिवार के लिए कह दिया गया है।