तिरुवनंतपुरम: आज यानी गुरुवार 2 जनवरी को राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने यहां राजभवन में आयोजित एक समारोह में केरल के 23वें राज्यपाल के रूप में शपथ ली। केरल हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति नितिन जामदार ने सुबह 10.30 बजे आर्लेकर को शपथ दिलाई। जानकारी दें कि, आर्लेकर ने आरिफ मोहम्मद खान का स्थान लिया है जिन्हें बिहार का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। शपथ ग्रहण समारोह में केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन, उनके कैबिनेट सहयोगियों, विभिन्न राजनीतिक दलों के वरिष्ठ नेताओं ने भाग लिया।
पता हो कि, आर्लेकर बुधवार को यहां पहुंचे थे। मुख्यमंत्री विजयन, केरल विधानसभा अध्यक्ष ए एन शमसीर और मंत्रियों के. राजन तथा रामचंद्रन कदन्नापल्ली ने उनका अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर स्वागत किया था। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पिछले सप्ताह खान को बिहार का नया राज्यपाल और आर्लेकर को केरल का राज्यपाल नियुक्त किया था। जानकारी दें कि, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा बीते मंगलवार को की गई राज्यपालों की नियुक्ति के तहत पूर्व केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला को मणिपुर का, पूर्व सेना प्रमुख विजय कुमार सिंह को मिजोरम का राज्यपाल बनाया गया है। वहीं, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को बिहार का राज्यपाल बनाया गया है।
इस बाबत राष्ट्रपति भवन के अनुसार, खान के स्थान पर बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को केरल का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। राष्ट्रपति भवन ने एक बयान में कहा था कि आरिफ मोहम्मद खान को बिहार का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। बयान में कहा गया था कि राष्ट्रपति मुर्मू ने ओडिशा के राज्यपाल रघुबर दास का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। बयान में कहा गया था कि मिजोरम के राज्यपाल हरि बाबू कंभमपति को दास के स्थान पर ओडिशा का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया है। जारी बयान में कहा गया था कि ये नियुक्तियां उस तारीख से प्रभावी होंगी, जिस दिन वे अपने-अपने कार्यालयों का कार्यभार संभालेंगे।
इधर केरल में सत्तारूढ़ माकपा ने हाल ही में उम्मीद जतायी थी कि नये राज्यपाल संवैधानिक रूप से काम करेंगे और राज्य सरकार के साथ सहयोग करेंगे। विभिन्न मुद्दों को लेकर राज्य की माकपा नीत सरकार और खान के बीच पूर्व में काफी टकराव होते रही है। माकपा ने खान पर ‘‘संघ परिवार के एजेंडे को लागू करने के लिए असंवैधानिक कार्यों” में शामिल होने का आरोप भी लगाया।