नई दिल्ली : अयोध्या में रामलला की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा की घड़ी नजदीक आ गई है. देश-दुनिया से भक्त अपने आराध्य राम के लिए उपहार और भेंट भेज रहे हैं. गुजरात से 500 किलो का नगाड़ा आया है. कन्नौज से गुलाब जल, केवड़ा, पंचजल समेत कई तरह के इत्र पहुंच गए हैं. गुरुवार को एक भक्त ने रामलला को छप्पन भोग भी लगाया है. ये प्रसाद आरती के समय समर्पित किया गया है.
अयोध्या में नए राम मंदिर में भगवान राम की मूर्ति की 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा की जाएगी, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मशहूर हस्तियों, उद्योगपतियों और अन्य लोगों समेत 6,000 से ज्यादा लोग हिस्सा लेने पहुंचेंगे. मंदिर ट्रस्ट को देश के सभी हिस्सों और यहां तक कि विदेशों से भी उपहार मिल रहे हैं. नेपाल के जनकपुर में सीता की जन्मस्थली से भगवान राम के लिए चांदी के जूते, आभूषण और कपड़े समेत 3,000 से ज्यादा उपहार अयोध्या पहुंचे हैं.
गुजरात से 108 फीट लंबी अगरबत्ती भेजी गई है. ये अगरबत्ती वडोदरा में छह महीने में तैयार की गई है और इसका वजन 3,610 किलोग्राम है. लगभग 3.5 फीट चौड़ी है. लखनऊ के सब्जी विक्रेता ने अनूठा घड़ी डिजाइन करवाई है और अयोध्या भेजी है. ये घड़ी एक ही समय में आठ देशों का समय बताती है. मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान 200 किलोग्राम लड्डू अयोध्या भेजने की तैयारी कर रहा है. तिरुपति में श्री वेंकटेश्वर मंदिर ने भी घोषणा की है कि वो भक्तों को वितरण के लिए एक लाख लड्डू भेजेगा.
इसी तरह, गुजरात से 500 किलोग्राम वजन का एक ‘नगाड़ा’ (ड्रम) विशेष रथ में अयोध्या पहुंच गया है. गुरुवार को राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने बताया कि गुजरात के कर्णावती के दरियापुर विस्तार में डबगर समुदाय ने ‘नगाड़ा’ बनाया है. प्राण-प्रतिष्ठा वाले दिन डगबर समाज के चार लोग नगाड़े को मंदिर के अंदर बजाएंगे. इस नगाड़े पर सोने और चांदी की परत चढ़ाई गई है. इसे तैयार करने में लोहे और तांबे का इस्तेमाल हुआ है. इसके हजारों वर्षों तक चलने की उम्मीद है.
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि ड्रम को राम मंदिर परिसर में रखा जाएगा. ड्रम को यहां लाने वाले समूह के सदस्य चिराग पटेल ने कहा, इसे सोने और चांदी की परतों से सजाया गया है. ड्रम का स्ट्रक्चर लोहे और तांबे की प्लेटों से तैयार किया है. इसके अलावा, एटा से 2400 किलो का एक घंटा अयोध्या पहुंचा है. इस घंटे की आवाज 10 किलोमीटर तक जाएगी. 51 किलोग्राम वजन वाली सात और घंटियां भी मंदिर के लिए ट्रस्ट को भेंट की गईं हैं. अयोध्या के कारसेवकपुरम में आदित्य मित्तल, मनोज, रिशांक, प्रशांत मित्तल और करीब 500 भक्तों ने ट्रस्ट के सचिव चंपत राय को घंटियाँ सौंपीं. गुजरात विश्व हिंदू परिषद के नेता अशोक रावल ने मंदिर ट्रस्ट को एक पत्र भेजा है और म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट स्वीकार करने का अनुरोध किया है.
वहीं, अपने सुगंध उद्योग के लिए प्रसिद्ध यूपी के कन्नौज से कुछ कारोबारियों ने राम लला के लिए विशेष इत्र तैयार करवाए हैं. ये इत्र अयोध्या पहुंच गए हैं. कन्नौज अतर्स एंड परफ्यूम्स एसोसिएशन के अध्यक्ष पवन त्रिवेदी ने बताया कि ये विशेष प्रकार के इत्र और सुगंधित जल श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को भेंट किए गए हैं. इत्र को रथ के जरिए अयोध्या भेजा गया. गुलाब से गुलाब जल तैयार किया गया है जिसका उपयोग रामलला को स्नान कराने में किया जाएगा. उसके बाद भगवान के चारों ओर सुगंधित वातावरण बनाने के लिए कन्नौज के प्रसिद्ध इत्र ‘अतर मिट्टी’, ‘अत्तर मोतिया’, ‘रूह गुलाब’, चंदन का तेल और मेंहदी का उपयोग किया जाएगा. इसके अलावा सर्दी को ध्यान में रखते हुए कन्नौज के इत्र निर्माताओं ने रामलला के लिए ‘अत्तर शमामा’ भी तैयार किया है जो ठंड से बचाने में मदद करता है. इस विशेष इत्र को बनाने में जड़ी-बूटियों के मिश्रण का भी इस्तेमाल किया गया है.
इसी तरह, गुरुवार को एक भक्त ने राम मंदिर में छप्पन भोग भेजा. ट्रस्ट ने वीडियो शेयर किया है और लिखा, आज भगवान श्री रामलला सरकार की भोग आरती के समय उन्हें 56 भोग अर्पित किए गए.