Rapid Rail : दिल्ली से मेरठ अब 1 घंटे से भी कम समय मे, रैपिड रेल पहुचायेगा, क्या है रैपिड रेल यहां जानिए।
Rapid Rail : दिल्ली से मेरठ तक बन रही देश की पहली रैपिड रीजनल रेल का मॉडल कोच बुधवार को गाजियाबाद पहुंच गया। मुरादनगर क्षेत्र के दुहाई में नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (NCRTC) का डिपो है, जहां इस कोच को रखा गया है। दावा है कि रैपिड रेल के सभी कोच अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे। इसकी सीटें हवाईजहाज जैसी होंगी। फ्री वाई-फाई की सुविधा मिलेगी। इस साल के अंत तक रैपिड रेल का फुल स्पीड पर ट्रायल होने की उम्मीद है।
कोच में वेलवेट की सीटें हैं, इससे बैठने पर मखमली अहसास होगा। हर सीट में इतना गैप है कि स्टैंडिंग स्पेस आरामदायक होगा।
रैपिड रेल के प्रत्येक कोच में दो-दो ट्रांसवर्स सीटिंग होगी। यानि यात्री आमने-सामने बैठ सकेंगे, जैसी सीटिंग मेट्रो में होती हैं।
कोच की खासियतें
रैपिड रेल में फिलहाल 6 कोच होंगे। कहा जा रहा है कि लोड बढ़ने पर ये कोच बढ़ाकर 9 तक किए जा सकते हैं। एक कोच पूरी तरह प्रीमियम क्लास होगा, जिसमें एंट्री-एग्जिट के लिए दोनों तरफ दो-दो गेट और स्टैंडर्ड कोच में तीन-तीन ऑटोमेटिक गेट होंगे। ट्रेन में 2-2 ट्रांसवर्स सीटिंग, आरामदायक स्टैंडिंग स्पेस, लगेज रैक, सीसीटीवी कैमरे, लैपटॉप-मोबाइल व अन्य गैजेट्स की चार्जिंग सुविधा, डायनेमिक रूट मैप होगा। यात्री फ्री वाई-फाई का इस्तेमाल कर सकेंगे। हर ट्रेन में एक कोच वूमेन स्पेशल होगा।
मॉडल कोच की विंडो पर यह पोस्टर लगाया गया है कि यह देश की पहली रैपिड रीजनल रेल है जो दिल्ली से मेरठ के बीच चलेगी।
82 किमी लंबा रूट, 30274 करोड़ रुपए खर्च होंगे
रैपिड रेल कॉरिडोर दिल्ली के सराय काले खां से मेरठ के मोदीपुरम एरिया तक करीब 82 किलोमीटर लंबा है। इस दूरी को तय करने में सिर्फ 55 मिनट लगेंगे। इस प्रोजेक्ट से दिल्ली के दो प्रमुख रेलवे स्टेशन सराय काले खां और आनंद विहार कनेक्ट किए जाएंगमे। जबकि इसका ट्रैक रूट सराय काले खां से शुरू होकर न्यू अशोक नगर, आनंद विहार, गाजियाबाद में साहिबाबाद, गाजियाबाद, दुहाई, मुरादनगर, मोदीनगर साउथ, मोदीनगर नॉर्थ, मेरठ में परतापुर, रिठानी, शताब्दीनगर, ब्रहम्पुरी, भैंसाली डिपो, बेगमपुल, एमईएस कॉलोनी कैंट, मोदीपुरम तक है। इस प्रोजेक्ट पर कुल रकम 30 हजार 274 करोड़ रुपए खर्च होगी।
गाजियाबाद से मेरठ के बीच रैपिड रेल के पिलर बन चुके हैं। उन पर पटरियां बिछाने का काम तेजी से चल रहा है।
40 ट्रेनों के कोच बनकर तैयार
मेट्रो रेल से तीन गुना रफ्तार (180 किलोमीटर प्रति घंटा अधिकतम) से चलने वाली रैपिड रेल के कोच गुजरात में सावली स्थित एल्सटॉम प्लांट में तैयार किए जा रहे हैं। अब तक करीब 210 कोच तैयार हो चुके हैं, यानि करीब 40 ट्रेन सैट। शुरुआत में गाजियाबाद के दुहाई डिपो में ट्रायल ट्रैक तैयार हुआ है। यह करीब एक किलोमीटर लंबा ट्रैक है। इसी ट्रैक पर मॉडल कोच को गुजरात से लाकर खड़ा किया गया है। इंजीनियरों ने बताया कि रैपिड रेल के ब्रेक सिस्टम अत्याधुनिक हैं। ब्रेक लगने पर पटरियों पर करीब 30 फीसदी ऊर्जा पैदा होगी, जिसे इस्तेमाल में लिया जाएगा।
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