रवींद्र धांगेकर ने कांग्रेस पार्टी से दिया इस्तीफा, महायुति की इस पार्टी में शामिल होने के दिए संकेत
मुंबई: पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस के पूर्व विधायक रवींद्र धांगेकर के पार्टी छोड़ने की चर्चाएं चल रही हैं। कुछ दिनों से रवींद्र धांगेकर भगवा पहने दिखाई दे रहे थे, जिसके बाद से इन बातों को बल मिला कि कांग्रेस नेता रवींद्र धांगेकर जल्द ही कांग्रेस का साथ छोड़ने वाले है। इन सभी चर्चाओं को आज आखिरकार विराम मिला है। कांग्रेस नेता रवींद्र धांगेकर ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने के बाद अब संकेत मिल रहे है कि वे अब जल्द ही एकनाथ शिंदे के साथ शिवसेना गुट में शामिल हो सकते है। इस बारे में रवींद्र धांगेकर ने विस्तार से बताया है कि उन्होंने ये फैसला आखिर क्यों लिया है। आज पुणे में मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने पार्टी में शामिल होने के बारे में आज वे उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात करेंगे। बताया जा रहा है कि इस मुलाकात के दौरान पार्टी में शामिल होने की तारीख तय की जाएगी।
शिवसेना में हो सकते है शामिल
इससे पहले रवींद्र धांगेकर ने एकनाथ शिंदे और उदय सामंत से मुलाकात की थी, तभी से चर्चा थी कि वे कांग्रेस छोड़कर शिवसेना में शामिल होंगे। हालांकि उस समय धांगेकर ने कहा था कि वे ऐसा नहीं करेंगे, लेकिन आज उन्होंने सार्वजनिक रूप से कहा है कि वे पार्टी छोड़ देंगे। मैंने एकनाथ शिंदे से कुछ नहीं मांगा, मैं उनके साथ काम करना चाहता हूं। कांग्रेस छोड़ते समय मुझे दुख हो रहा है। एकनाथ शिंदे ने मुझे दो-तीन बार फोन किया। रवींद्र धांगेकर ने भी कहा है कि वे उदय सामंत से मिले थे, उन्होंने मुझे हमारे पास आने को कहा।
रवींद्र धांगेकर ने बताया कांग्रेस छोड़ने का कारण
रवींद्र धांगेकर ने मीडिया से बात करते हुए कहा, मैं जिस पार्टी के साथ पिछले 10-12 सालों से काम कर रहा हूं। इसके कारण पार्टी में कई लोगों से पारिवारिक संबंध बन गए हैं। सभी ने मुझे बहुत प्यार दिया है। लोकसभा और विधानसभा चुनाव में सभी ने मेरे पीछे रैली की। मैं चुनाव हार गया, जो बाद की बात है, लेकिन सभी ने अपनी ताकत के हिसाब से मेहनत की। पार्टी छोड़ते समय दुखी होने की कोई वजह नहीं है, आखिर हम भी इंसान हैं। कार्यकर्ताओं ने लंबे समय से हमारी बात नहीं सुनी थी। मैंने मतदाताओं से बातचीत की। उन्होंने कहा, अब हमारा काम कौन करेगा, लोकतंत्र में बिना सत्ता के हम आम आदमी को न्याय नहीं दे सकते। इसलिए मैं इस बीच काम के सिलसिले में एकनाथ शिंदे से मिला।
उदय सामंत से मुलाकात की बात बताते हुए उन्होंने कहा, मैं उदय सामंत के भी संपर्क में था। उन्होंने बार-बार कहा, हमारे साथ काम करो। इस बारे में काफी चर्चा हुई। मैंने उस क्षेत्र के लोगों से बात की, जहां मैं सालों से काम कर रहा हूं। तब मुझे एहसास हुआ कि आपको काम करना होगा। लेकिन सत्ता के बिना काम नहीं हो सकता। जब मैं कांग्रेस का विधायक था, तब भी एकनाथ शिंदे ने मेरी मदद की थी। मुझे एहसास हुआ कि जिनके चेहरे आम आदमी तक पहुंचे हैं, उनके साथ काम करने में कोई दिक्कत नहीं है। मैंने आज फैसला किया, मैं शिंदे साहब के साथ काम करूंगा। हम शाम 7 बजे मिलेंगे। उसके बाद हम कोई फैसला करेंगे।