भिंडी एक स्वादिष्ट सब्जी है, जिसमें औषधीय गुणों की भरमार है। भिंडी खाकर कई सारे रोगों का इलाज और बचाव किया जा सकता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि लाल भिंडी भी आती है। यह भी काफी पौष्टिक होती है। ऐसे में सवाल उठता है कि हरी भिंडी ज्यादा पोषण देती है या लाल भिंडी?
लाल भिंडी और हरी भिंडी में अंतर? आपको जानकर हैरानी होगी कि दोनों भिंडी में रंग के अलावा कोई खास अंतर नहीं होता है। पकाने के बाद लाल भिंडी भी हरे रंग में आ जाती है। इसे भारत में कुमकुम भिंडी के नाम से भी जाना जाता है। आइए जानते हैं कि भिंडी से किन रोगों का इलाज किया जा सकता है।
भिंडी में कई सारे पौष्टिक गुण होते हैं। NCBI पर मौजूद स्टडी (ref.) इसे प्रोटीन, कार्ब्स, डाइटरी फाइबर देने वाली बताते हैं। इसके अलावा, कैल्शियम, पोटैशियम, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, कॉपर, सेलेनियम, मैंगनीज, जिंक, सोडियम और आयरन भी मिलता है।
भिंडी में लेक्टिन नाम का स्पेशल प्रोटीन होता है। जो कैंसर के इलाज (Cancer Ka Ilaj) में मदद करता है। शोध बताते हैं कि यह तत्व कैंसर सेल्स या ट्यूमर को बढ़ने से रोक देता है। लंग्स कैंसर, पैंक्रियाटिक कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, ल्यूकेमिया, कोलोरेक्टल कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, किडनी कैंसर, ब्लैडर कैंसर, सिर और गर्दन का कैंसर, थायरॉइड कैंसर, ब्रेन ट्यूमर, यूटेराइन कैंसर और ना जाने कितने तरह के कैंसर के इलाज में इसे खाकर फायदा उठाया जा सकता है।
ब्लड शुगर बढ़ने से प्री-डायबिटीज, टाइप 2 डायबिटीज (Lady Finger For Diabetes) का खतरा होता है। लेकिन भिंडी खाने के बाद इसमें कोई बड़ा अंतर नहीं आता है। जिस वजह से डायबिटीज में भी इसे खाकर ब्लड शुगर नॉर्मल रखा जा सकता है।
भिंडी खाकर दिल की बीमारी से बचा जा सकता है। क्योंकि, इसमें लिपिड प्रोफाइल कम करने वाले गुण देखे जाते हैं। हाई कोलेस्ट्रॉल (Food To Reduce Bad Cholesterol) और हाई ट्राइग्लिसराइड के मरीज इसे खाकर हार्ट अटैक, हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट अरिदमिया, हार्ट फेलियर, एंजाइना, वाल्व डिजीज जैसी दिल की बीमारियों का खतरा कम कर सकते हैं।
गर्भवती महिलाओं को ओकरा खानी चाहिए, क्योंकि भिंडी में विटामिन बी9 होता है। इसके पाकर एनीमिया, ग्रोथ प्रॉब्लम्स, पेरिफेरल न्यूरोपैथी, सांस फूलना, चिड़चिड़ापन आदि से छुटकारा पा सकते हैं।