गुजरे जमाने की सबसे टॉप एक्ट्रेसेस में से एक रीना रॉय 1970 और 80 के दशक की सबसे अधिक भुगतान पाने वाली हीरोइनों में से एक थीं। रीना 1983 में पाकिस्तानी क्रिकेटर मोहसिन खान से शादी करने के बाद सिनेमा से दूर हो गईं। अपने तलाक के बाद 1992 में भारत लौटीं एक्ट्रेस ने अब अपने करियर की शुरुआत कर दी है। हाल ही में रीना रॉय ने अपनी बेटी की कस्टडी पाने के लिए उन्हें किन कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, इस बारे में बात की है।
रीना रॉय ने बेटी के लिए क्या-क्या नहीं किया
एक इंटरव्यू में रीना रॉय ने कहा कि उन्होंने अपनी बेटी को वापस पाने के लिए सब कुछ किया। एक्ट्रेस ने यह भी खुलासा किया कि वह अपनी बेटी की कस्टडी के लिए लड़ते हुए संतों और साधुओं के पास गईं। मोहसिन और रीना ने अपनी बेटी का नाम जन्नत रखा था। हालांकि, कस्टडी मिलने के बाद रीना ने अपनी बेटी का नाम बदलकर सनम रख लिया।
मोहसिन के साथ विदेश में नहीं रहना चाहती थीं रीना
रीना ने यह भी कहा कि मोहसिन लंदन में बसना चाहते थे और ब्रिटिश नागरिकता लेना चाहते थे लेकिन वह इसके साथ नहीं थीं। रीना ने मोहसिन के साथ अपने और अपनी बेटी के रिश्ते का भी खुलासा किया और कहा, ‘वह उसके साथ संपर्क में है। वे एक करीबी पिता-बेटी का बंधन शेयर करते हैं। वह जीवन में अच्छी तरह सेटल हो गए हैं। मैं प्रार्थना करता हूं कि भगवान उन्हें स्वस्थ और खुश रखें।’
बेटी की जिम्मेदारी रीना पर
65 वर्षीय एक्ट्रेस ने खुलासा किया कि उनकी बेटी उनकी पहली प्रायोरिटी हैं। उन्होंने कहा, ‘मुझ पर अपनी बेटी की ज़िम्मेदारी थी। उसकी पढ़ाई अब पूरी हो चुकी है। सिंगल मदर होने के नाते आपको सबसे पहले अपनी बेटी की देखभाल करनी होती है। यह जीवनभर की नौकरी है।’
रीना रॉय की फिल्में
रीना ने फिल्म ‘जरूरत’ से बॉलीवुड में कदम रखा और ‘कालीचरण’, ‘नागिन’, ‘जानी दुश्मन’, ‘अपनापन’ और ‘आशा’ जैसी फिल्मों में नजर आईं। उन्हें आखिरी बार 2000 में आई फिल्म ‘रिफ्यूजी’ में देखा गया था।