गांधीनगर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोरबी हादसे पर ताजा स्थिति की समीक्षा के लिए सोमवार को उच्च स्तरीय बैठक की। प्रधानमंत्री ने ये सुनिश्चित करने पर जोर दिया कि प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता मिले। बैठक में प्रधानमंत्री मोदी को बचाव और राहत कार्यों की जानकारी दी गई। पीएम 1 नवंबर को मोरबी में घटनास्थल का दौरा करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजभवन, गांधीनगर में ये बैठक की। हादसे से जुड़े सभी पहलुओं पर इस बैठक में चर्चा की गई। इस उच्च स्तरीय बैठक में सीएम भूपेंद्र भाई पटेल, गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी, गुजरात के मुख्य सचिव और डीजीपी सहित राज्य के गृह विभाग और गुजरात राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण सहित अन्य शीर्ष अधिकारियों ने भाग लिया।
गुजरात के मोरबी जिले में माच्छू नदी पर स्थित झूलता पुल रविवार (30 अक्टूबर) को गिर गया था। इस हादसे में अब तक 134 लोगों की मौत हो गई है। इस हादसे के बाद सोमवार को पुलिस ने केस दर्ज करते हुए ओरेवा ग्रुप के चार कर्मियों समेत नौ लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। ब्रिटिश काल के दौरान बने इस पुल के रखरखाव और संचालन का ठेका ओरेवा समूह को मिला था।
राजकोट रेंज के आईजी अशोक यादव ने सोमवार को कहा कि गिरफ्तार किए गए नौ लोगों में से दो लोग मैनेजर हैं, जबकि पुल के टिकट बुकिंग क्लर्क हैं। दोषियों को नहीं बख्शा जाएगा। उन्होंने कहा कि अन्य पांच आरोपियों में ओरेवा समूह की ओर से काम पर रखे गए दो मरम्मत ठेकेदार और पुल पर सुरक्षाकर्मियों के रूप में काम करने वाले तीन लोग शामिल हैं।
पुलिस के अनुसार आईपीसी की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या की सजा) और 308 (गैर इरादतन हत्या का प्रयास) के तहत मामला दर्ज किया गया है। हादसे में मारे गए और घायल लोगों के लिए केंद्र और राज्य सरकार की ओर से मुआवजे की भी घोषणा की गई है। पीएम मोदी ने मृतकों के परिजनों क 2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये मुआवजा देने का एलान किय। जबकि राज्य सरकार ने मृतकों के परिवार को 4 लाख और घायलों को 50 हजार रुपये देने की घोषणा की है।