ढाका: बांग्लादेश से होकर चक्रवात रेमल अब भारत के पश्चिम बंगाल में पहुंच गया है। रविवार रात को बंगाल के तटीय इलाकों में तूफान ने भारी तबाही मचाही, जिसके चलते कोलकाता में एक शख्स की मौत भी हो गई। पूर्वी भारत के इस राज्य के तीन तटीय जिलों में चक्रवात ने खासा असर दिखाया है। इसके चलते करीब 2 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है। कोलकाता के एंटाली इलाके में मोहम्मद साजिद की कंक्रीट की एक छत गिरने से मौत हो गई। रात को करीब 9:30 बजे बांग्लादेश होते हुए चक्रवात बंगाल पहुंचा था। इसकी शुरुआती स्पीड 110 से 120 किलोमीटर प्रति घंटा तक थी, जो बाद में बढ़कर 135 किमी प्रति घंटा हो गई।
इससे समझा जा सकता है कि यह चक्रवात कितना भीषण था। इस चक्रवात का सबसे ज्यादा असर दक्षिण 24 परगना जिले में हुआ, जहां सागर द्वीप स्थित है। चक्रवात ने बंगाल में सागर द्वीप और बांग्लादेश के खेपुपारा के बीच में मोंगला के पास से एंट्री ली। चक्रवात से दक्षिण और उत्तर 24 परगना पर चक्रवात का कहर सबसे ज्यादा दिखा है। अब तक डायमंड हार्बर, सागर द्वीप, हिंगलाज, संदेशखाली जैसे इलाकों से नुकसान की खबरें आई हैं। उत्तर 24 परगना जिले के डीएम एसके द्विवेदी ने कहा, ‘मौतों की कोई रिपोर्ट नहीं है। सिर्फ पेड़ और बिजली के खंभे ही गिरे हैं। कुछ घर भी गिरे हैं। पेड़ों को रास्ते से हटाने का काम भी शुरू हो गया है। जिले से 30 हजार लोगों को शिफ्ट किया गया है।’
वहीं उत्तर दक्षिण 24 परगना जिले के डीएम सुमित गुप्ता ने कहा, ‘करीब डेढ़ लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। जिन इलाकों में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है, वे हैं- सागर, नामखाना, बसंती, कुलताली और गोसाबा।’ तटीय इलाकों में भारी बारिश भी हुई है। इसके चलते कुछ कच्चे घरों को नुकसान पहुंचा है। मौसम विभाग का कहना है कि आज भी कोलकाता समेत कई जिलों में अच्छी बारिश हो सकती है। रविवार को ही कोलकाता में 140 मिलीमीटर बारिश हुई। हालांकि अब कोलकाता में चक्रवात का असर कुछ कम हो गया है। गौरतलब है कि बंगाल से होते हुए अब यह चक्रवात ओडिशा पहुंचने वाला है। पहले ही ओडिशा में इससे निपटने के लिए तैयारियां हो चुकी हैं।