महंगाई दरों में कमी के चलते रेपो रेट 6.50% पर बरकरार, विदेशी मुद्रा भंडार भी मजबूत

0 105

नई दिल्ली। मौद्रिक नीति समिति की दो दिनों की बैठक के बाद आरबीआई गवर्नर की प्रेस कान्फ्रेंस शुरू हो गई है। आरबीआई गवर्नर ने कहा है कि इस बार एमपीसी की बैठक में रेपो रेट को अपरिवर्तित रखने का फैसला लिया गया है। यह 6.5 प्रतिशत पर बना रहेगा। उन्होंने कहा कि एमपीसी के छह में पांच सदस्यों ने ब्याज दरों को नहीं बढ़ाने का समर्थन किया है।

आरबीआई गवर्नर ने कहा है कि वित्त वर्ष 2023-24 में महंगाई दर 4 प्रतिशत से अधिक बनी रहेगी। FY 24 में सीपीआई 5.2 से घटकर 5.1 प्रतिशत रह सकती है। वहीं FY 24 में 6.5% की विकास दर संभव है। इस दौरान तीसरी तिमाही में छह प्रतिशत विकास दर का अनुमान है। वहीं FY 24 की पहली तिमाही में रियल जीडीपी ग्रोथ आठ प्रतिशत रह सकती है। वहीं चाैथी तिमाही में रियल जीडीपी ग्रोथ 5.7% रह सकती है। आरबीआई गवर्नर ने कहा है कि निवेश में सुधार हुआ है और मानसून के भी सामान्य रहने का अनुमान है। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि केंद्रीय बैंक महंगाई पर अर्जुन के आंख की तरह नजर टिकाए हुए है।

भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (Monetary Policy Committee) की बैठक मंगलवार को शुरू हुई थी। प्रत्येक दो महीने के अंतराल पर होने वाली इस बैठक में नीतिगत ब्याज दरों में बदलाव पर चर्चा की जाती है। अप्रैल महीने में हुई पिछली बैठक में नीतिगत ब्याज दरों या रेपो रेट में बदलाव नहीं किया गया था। हालांकि, आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने उस दौरान कहा था कि ये फैसला बस इस मीटिंग के लिए लिया गया है और जरूरी नहीं है कि ब्याज दरों को आगे भी इसी तरह रखा जाए। जरूरत पड़ने पर इसे फिर से बढ़ाया भी जा सकता है।

नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया Vnation के Facebook पेज को LikeTwitter पर Follow करना न भूलें...
Leave A Reply

Your email address will not be published.