नई दिल्ली. संविधान सदन (पुराना संसद भवन) के सेंट्रल हॉल में कांग्रेस संसदीय दल की बुधवार को हुई बैठक में पार्टी के सांसदों ने वायनाड भूस्खलन और दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए एक मिनट का मौन रखा. कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी समेत पार्टी के सभी सांसद शामिल हुए.
27 जुलाई को भारी बारिश के बाद मध्य दिल्ली के कोचिंग हब ओल्ड राजेंद्र नगर में राव आईएएस स्टडी सर्कल बिल्डिंग के बेसमेंट में पानी भर जाने से तीन यूपीएससी अभ्यर्थियों की मौत हो गई थी. वहीं, केरल के वायनाड में मंगलवार को मूसलाधार बारिश के कारण हुए भूस्खलन में 150 से अधिक लोग मारे गए और 128 घायल हो गए. यह केरल की सबसे भीषण प्राकृतिक आपदाओं में से एक है. कांग्रेस ने X पर एक पोस्ट में कहा, ‘आज CPP चेयरपर्सनसोनिया गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्लियामेंट्री स्ट्रेटजी ग्रुप की बैठक हुई. इस बैठक में चर्चा हुई कि हम सदन में किसान, अग्निवीर, NEET और देश की जनता से जुड़े हुए मुद्दे उठाएंगे.’
अनुराग ठाकुर के भाषण पर कांग्रेस विशेषाधिकार प्रस्ताव ला सकती है. इस मुद्दे पर कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में चर्चा हुई. हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर से भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने मंगलवार को लोकसभा में केंद्रीय बजट पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी पर पलटवार किया. इस दौरान उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा, ‘जिसको जाति का पता नहीं, वह गणना की बात करता है.’ बता दें कि राहुल गांधी 29 जुलाई को लोकसभा में बजट पर चर्चा के दौरान हलवा सेरेमनी पर कटाक्ष किया था.
उन्होंने कहा था कि भारत की आबादी का 70 फीसदी से अधिक ओबीसी, एससी और एसटी हैं. लेकिन भारत का बजट बनाने वालों में ओबीसी, एससी और एसटी समुदाय का एक भी व्यक्ति नहीं शामिल नहीं था. बजट की हलवा सेरेमनी की जो फोटो सामने आई है, उसमें मुझे एक भी ओबीसी, एसटी और एसटी नहीं दिखा. उन्होंने जाति जनगणना कराने की मांग की थी. राहुल के हलवा सेरेमनी के फोटो वाले बयान पर अनुराठ ठाकुर ने बिना किसी का नाम लिए कटाक्ष किया.
राहुल गांधी ने भी अनुराग ठाकुर के उन पर निजी हमले का जवाब दिया. विपक्ष के नेता ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि उन्हें जवाब देने का मौका दिया जाना चाहिए क्योंकि भाजपा सांसद ने उनका अपमान किया है. राहुल गांधी ने कहा, ‘आप जितना चाहें मेरा अपमान कर सकते हैं, हर दिन ऐसा करें. लेकिन यह मत भूलिए कि हम (विपक्ष) यहां (संसद में) विधेयक (जाति जनगणना पर) पारित कराएंगे.’
सोनिया गांधी ने वायनाड में आई भीषण आपदा से पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की. उन्होंने झारखंड में हुए रेल हादसे का भी जिक्र किया और कहा कि प्राकृतिक आपदाओं के अलावा कुप्रबंधन के कारण होने वाली रेल दुर्घटनाओं में भी हमारे लोग अपनी जान गंवाते रहते हैं. हमारी संवेदनाएं इन पीड़ितों के भी साथ हैं. उन्होंने कहा, ‘मैं हमारे दोनों एलओपी और हमारे सहयोगियों को बधाई देती हूं जिन्होंने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस के दौरान इंडिया ब्लॉक के अन्य दलों के साथ-साथ हमारी पार्टी के विचारों को जोरदार तरीके से व्यक्त किया.’
केंद्रीय बजट की आलोचना करते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि किसानों और विशेषकर युवाओं की ज्वलंत मांगों को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया गया. उन्होंने कहा कि कई ऐसे महत्वपूर्ण क्षेत्र हैं जिनके लिए बजट आवंटन में न्याय नहीं किया गया है. प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री और अन्य लोगों द्वारा बजट और इसकी तथाकथित उपलब्धियों के बारे में बातें करने के बावजूद लोगों को व्यापक निराशा हुई है. केंद्र सरकार, विशेष रूप से इसका शीर्ष नेतृत्व, आत्म-भ्रम में बना हुआ है, जबकि देश भर में करोड़ों परिवार बढ़ती बेरोजगारी और मूल्य वृद्धि से तबाह हो गए हैं.
सोनिया गांधी ने कहा, ‘अब यह स्पष्ट है कि सरकार का जनगणना कराने का कोई इरादा नहीं है, जिसे 2021 में होना चाहिए था. इससे हमें देश की जनसंख्या, विशेषकर अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या की संख्या नहीं पता चल सकेगी. इसका मतलब यह भी है कि हमारे कम से कम 12 करोड़ नागरिक 2013 के राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के लाभ से वंचित हैं- जिसे अब पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना नाम दे दिया गया है. हमें उम्मीद थी कि मोदी सरकार लोकसभा चुनावों में लगे झटके से सही सबक लेगी. इसके बजाय, वह समुदायों को विभाजित करने, भय और शत्रुता का माहौल फैलाने की अपनी नीति पर कायम है.’
सोनिया गांधी ने कांग्रेस नेताओं को कार्यकर्ताओं को आगामी महाराष्ट्र, हरियाणा, झारखंड और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के लिए तैयारी करने का निर्देश दिया. कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष ने कहा, ‘कुछ ही महीनों में चार राज्यों में चुनाव होने हैं. हमें लोकसभा चुनाव में पैदा हुई गति और सद्भावना को बरकरार रखना चाहिए. हमें आत्मसंतुष्ट और अति आत्मविश्वासी नहीं बनना चाहिए. माहौल हमारे पक्ष में है, लेकिन हमें उद्देश्य की भावना के साथ एकजुट होकर काम करना होगा. मैं यह कहने का साहस करती हूं कि यदि हम लोकसभा चुनावों में देखे गए रुझान को जारी रखते हुए अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो राष्ट्रीय राजनीति में भी बदलाव आएगा.
सोनिया गांधी ने कांग्रेस सांसदों को संबोधित करते हुए कहा, ‘आप में से कई लोग पहली बार सांसद बने हैं. कल हमारा ओरिएंटेशन प्रोग्राम था. ऐसे और भी मौके आएंगे. मैं बस यह दोहराना चाहती हूं कि हममें से प्रत्येक को पूरी तरह से तैयार रहने की आवश्यकता है. हमें नियमित रूप से संसद में उपस्थित रहना चाहिए, हर समय सतर्क रहना चाहिए और अपनी समिति के कार्यों को गंभीरता से लेना चाहिए. मैं जानती हूं कि कांग्रेस संसदीय दल को अधिक व्यापक रिसर्च सपोर्ट और बैकअप की आवश्यकता होगी. हमारे पास एक सिस्टम है लेकिन हमारी बढ़ती संख्या के साथ इस सिस्टम को जल्द ही मजबूत किया जाना चाहिए. मैं आप सभी को भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हुए अपनी बात समाप्त करती हूं.’