कोलकाता । पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (डब्ल्यूबीएसएससी) और पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड (डब्ल्यूबीबीपीई) में भर्ती अनियमितताओं की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी के करीबी सहयोगी का घर से से भारी संख्या में नकदी और कई मोबाइल फोन बरामद किए हैं, जो वर्तमान में पश्चिम बंगाल में वाणिज्य और उद्योग मंत्री हैं।
चटर्जी की करीबी मानी जाने वाली अर्पिता मुखर्जी के आवास से जब्त की गई नकदी करीब 20 करोड़ रुपये है। ईडी ने टॉलीगंज में डायमंड सिटी परिसर में मुखर्जी के आलीशान आवास से 20 मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं। अधिकारियों का मानना है कि ये मोबाइल फोन डब्ल्यूबीएसएससी और डब्ल्यूबीबीपीई में शिक्षक भर्ती घोटाले के लिए महत्वपूर्ण लिंक प्रदान करेंगे। ईडी ने मीडिया के एक वर्ग को एक बयान भी जारी किया है जिसमें दावा किया गया है कि वह शिक्षक भर्ती घोटाले के संबंध में विभिन्न स्थानों पर तलाशी अभियान चला रहा है, जिसके दौरान भारी संख्या में नकदी जब्त की गई।
ईडी के अधिकारियों ने कुछ बैंक अधिकारियों को मतगणना के उद्देश्य से बुलाया, जो मुद्रा गिनने की मशीनों के साथ मुखर्जी के आवास पर पहुंचे। ईडी के सूत्रों ने बताया कि मुखर्जी का आवास उन 13 जगहों की शुरूआती सूची में नहीं था, जहां एजेंसी शुक्रवार सुबह से छापेमारी कर रही थी। हालांकि, छापे के दौरान मुखर्जी का नाम सामने आया, जिसके बाद ईडी ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों के साथ उनके आवास पर पहुंचकर तलाशी और जब्ती अभियान शुरू किया।
ईडी के अधिकारी वर्तमान में मुखर्जी से नकदी के स्रोत का पता लगाने के लिए पूछताछ कर रहे हैं, साथ ही उस उद्देश्य का भी पता लगाने के लिए जिसके लिए इतने सारे मोबाइल फोन इस्तेमाल किए गए थे।